Edited By Vijay, Updated: 01 Sep, 2019 11:27 PM
मौसम के करवट बदलते ही 14 हजार से अधिक ऊंचाई वाली पहाड़ियां बर्फ के फाहों से सराबोर हो गई हैं। कुल्लू-मनाली सहित लाहौल-स्पीति की ऊंची चोटियों में बर्फबारी का क्रम शुरू हो गया है। मनाली की ओर से रोहतांग की ऊंची चोटियों में भी बर्फ के फाहे गिरे हैं।
मनाली (सोनू): मौसम के करवट बदलते ही 14 हजार से अधिक ऊंचाई वाली पहाड़ियां बर्फ के फाहों से सराबोर हो गई हैं। कुल्लू-मनाली सहित लाहौल-स्पीति की ऊंची चोटियों में बर्फबारी का क्रम शुरू हो गया है। मनाली की ओर से रोहतांग की ऊंची चोटियों में भी बर्फ के फाहे गिरे हैं। धुंधी जोत, मकरबेद-शिकरबेद, हनुमान टिब्बा, इंद्र किला, चंद्रखणी, भृगु व दशौहर की पहाड़ियों सहित समस्त ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। रोहतांग दर्रे में बर्फबारी न होने से वाहनों की आवाजाही सुचारू चल रही है।
बर्फबारी से तापमान में आई गिरावट
रोहतांग के उस पार बारालाचा, शिंकुला जोत, कुंजुम जोत, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ केलांग व नील कंठ की पहाडिय़ों सहित समस्त ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो रही है। बर्फ के फाहे गिरने से तापमान में भी गिरावट आ गई है। मनाली और केलांग में मौसम ठंडा हो गया है। हालांकि मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है लेकिन जिंगजिंगबार में दलदल से वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मनाली-कुल्लू मार्ग पर जोखिम बढ़ा
मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू चल रही है लेकिन जगह-जगह पत्थर व मलबा गिर रहा है, जिस कारण राहगीरों की परेशानियां बढ़ी हैं। दूसरी ओर बारिश से मनाली-कुल्लू मार्ग पर भी जोखिम बढ़ा है।