Edited By Vijay, Updated: 14 Aug, 2018 04:31 PM
जिला भर में आंदोलन के रूप में काम करने वाली एकल नारी शक्ति संगठन अपनी मुख्य मांगों को लेकर 30 सितम्बर से 2 अक्तबूर तक दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करेगा। 30 सितम्बर को दिल्ली में आयोजित किए जाने वाले धरना-प्रदर्शन में प्रदेश की 20 हजार महिलाएं भाग लेंगी।
धर्मशाला: जिला भर में आंदोलन के रूप में काम करने वाली एकल नारी शक्ति संगठन अपनी मुख्य मांगों को लेकर 30 सितम्बर से 2 अक्तबूर तक दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करेगा। 30 सितम्बर को दिल्ली में आयोजित किए जाने वाले धरना-प्रदर्शन में प्रदेश की 20 हजार महिलाएं भाग लेंगी। यह निर्णय एकल नारी शक्ति संगठन की सदस्यों ने ए.सी. टू डी.सी. के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सौंपे मांग पत्र में लिया है। एकल नारी शक्ति संगठन की राष्ट्रीय सदस्य राधा रघवाल, जिला सदस्य कुम्मो देवी, जिला कार्यकर्ता रंजना देवी, शिल्पा व सुनीता ने मंगलवार को ए.सी. टू डी.सी. के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में बताया कि प्रदेश भर में एकल नारी शक्ति संगठन आंदोलन के रूप में पिछले 12 सालों से कार्य कर रहा है, जिसमें प्रदेश कीे 15,558 महिलाएं जुड़ी हुई हैं।
12 वर्षों से नहीं मिल रहा एक समान वेतन
उन्होंने बताया कि ये संगठन महिलाओं को पेश आने वाली समस्याओं से निजात दिलवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है लेकिन इस संगठन से जुड़ी महिलाओं को कार्य करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस संगठन में पिछले 12 वर्षों से कार्य कर रही महिलाओं को न तो एक समान वेतन दिया जा रहा है और न ही अन्य सुविधा, ऐसे में संगठन किस तरह अन्य महिलाओं के हक के लिए लड़ाई लड़े। उन्होंने बताया कि अगर प्रदेश सरकार हमारी मांगों को जल्द से जल्द नहीं मानती है तो संगठन प्रदेश की 20 हजार महिलाओं को लेकर दिल्ली में सरकार के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन करेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उधर, ए.सी. टू डी.सी. किरण ने संगठन की महिलाओं की समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए बताया कि महिलाओं द्वारा दिए गए मांग पत्र को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा ताकि इन महिलाओं को पेश आ रही समस्याओं से निजात मिल सके।
इन मांगों को लेकर होगा धरना
- जिला की सभी एकल नारियों को एक समान पैंशन दी जाए।
- जिला एकल नारी शक्ति संगठन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मिटिंग हाल उपलब्ध करवाया जाए।
- प्रदेश सरकार जल्द से जल्द जिला की एकल नारियों की समस्याओं को सुलझाने के लिए जिला में स्वायत न्याय पंचायत लागू करे।
- सरकार जिला में परिव्यक्त महिलाओं को परिभाषित करें।
- एकल नारी शक्ति संगठन के साथ जुड़ी महिलाओं को मंहगाई भत्ता भी दिया जाए।