Edited By Kuldeep, Updated: 30 Jul, 2019 04:35 PM
राज्य में मानसून के सक्रिय होते ही स्क्रब टाइफस ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसके तहत अब तक प्रदेश के अस्पतालों में स्क्रब टाइफस के 207 पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं और यह क्रम थमता नजर नहीं आ रहा है।
शिमला (कुलदीप): राज्य में मानसून के सक्रिय होते ही स्क्रब टाइफस ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसके तहत अब तक प्रदेश के अस्पतालों में स्क्रब टाइफस के 207 पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं और यह क्रम थमता नजर नहीं आ रहा है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। राज्य में इस साल अब तक 2 लोगों की स्क्रब टाइफस से मौत हुई है, जबकि बीते 4 सालों में 90 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
रोगियों की संख्या में निरंतर वृद्धि होने के चलते सरकार ने स्क्रब टाइफस को लेकर सभी स्वास्थ्य केंद्रों में नि:शुल्क उपचार करने को कहा है तथा आई.जी.एम.सी. शिमला व टांडा के बाद अब मंडी के नेरचौक मैडीकल कालेज में भी एलीसा टैस्ट की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। उल्लेखनीय है कि वर्ष, 2016 में स्क्रब टाइफस के 1,175 पॉजीटिव मामले सामने आए और 37 की मौत हुई। वर्ष, 2017 में पॉजीटिव मामलों की संख्या 1,484 तथा मृतकों की संख्या 32 थी और वर्ष, 2018 में 1,940 पॉजीटिव मामले आए, जिसमें से 21 ने अपनी जान गंवाई।
सरकार सतर्क, घबराएं नहीं लोग : परमार
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि स्क्रब टाइफस को लेकर सरकार सतर्क है और किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस बारे निर्देशिका जारी करने के अलावा इससे बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बुखार आने की स्थिति में लोगों को तुरंत इसकी जांच करवानी चाहिए तथा अस्पतालों में इसके उपचार की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है।
निश्चित समय में होगा एम्स का निर्माण
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि बिलासपुर में निर्माणाधीन एम्स का निर्माण कार्य समय पर पूरा हो जाएगा। इस कार्य को एन.बी.सी.सी. कर रही है, जिसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से 1,200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके लिए प्रदेश सरकार की तरफ से उपयुक्त भूमि उपलब्ध करवा दी गई है।