Edited By prashant sharma, Updated: 22 Oct, 2021 10:44 AM
विधानसभा फतेहपुर के अंतर्गत लगभग महीना भर पहले चुनावों की आहट के बीच बड़े नेताओं व मंत्रियों का दौरा फतेहपुर क्षेत्र में हुआ। जनता से वोट बटोरने के लिए कई तरह की घोषणाएं व लोकलुभावन प्रलोभन जनता को दिए गए
फतेहपुर (अजय) : विधानसभा फतेहपुर के अंतर्गत लगभग महीना भर पहले चुनावों की आहट के बीच बड़े नेताओं व मंत्रियों का दौरा फतेहपुर क्षेत्र में हुआ। जनता से वोट बटोरने के लिए कई तरह की घोषणाएं व लोकलुभावन प्रलोभन जनता को दिए गए, लेकिन उनमें से एक भी घोषणा धरातल पर नहीं उतर पाई। ऐसा ही फतेहपुर विधानसभा में उप चुनावों के मद्देनजर होता हुआ दिखाई दे रहा है, जहां सरकार किसी भी कीमत पर इस चुनाव को हारना नहीं चाहती और इसी का नतीजा है कि सरकार ने पिछले 6 महीनों में विधानसभा के हर क्षेत्र में घोषणाओं की चुनावी झड़ी लगाते हुए कहीं उप तहसील, कॉलेज, पशु औषधालय, अनाज मंडी, कानूनगो सर्कल व इससे भी बढ़कर कई घोषणाएं इस क्षेत्र में कर तो दीं लेकिन चुनाव तक एक भी घोषणा पर अमल नहीं हो पाया। लोगों के बीच यह आजकल खासा चर्चा का विषय बना हुआ है कि हमारे गांव के लिए भी सरकार कोई घोषणा कर जाती तो चाहे थोड़े समय के लिए ही सही हम भी खुश तो हो लेते।
पंचायती राज व कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर के दौरे के दौरान उन्होंने डुहग बख्शियां पशु औषधालय को स्तरोन्नत करने व रियाली में अनाज मंडी का शिलान्यास किया था, लेकिन यह 2 घोषणाएं भी कपोल कल्पना ही साबित हुईं। रियाली मंडी बारे किसान राघव ठाकुर से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकार ने आनन फानन में मंडी तो खोल दी, लेकिन किसान खासा परेशान हैं। कई-कई दिन बाद किसानों की बारी आ रही है। कुछ किसान जो धान किराये की ट्राली में लेकर आ रहे हैं उन्हें 2-3 दिन का ट्राली का अलग से किराया भी देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तो मंडी में सुविधाओं का नामोनिशान तक नहीं है। वहीं आगाहर पंचायत के पूर्व प्रधान विजय पठानिया की बेटी कोनिका पठानिया ने बताया कि सरकार की घोषणाएं मात्र घोषणाएं ही हैं धरातल पर अगर देखें तो कुछ भी है।