Edited By Vijay, Updated: 08 Apr, 2020 09:37 PM
हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (एचआरटीसी) को बुलंदियों तक ले जाने के लिए कर्मचारी 24 घंटे सेवा देते हैं लेकिन दुख की बात यह है कि जब वे रिटायर हो जाते हैं तो उनको समय पर न तो जीपीएफ की अदायगी की जा रही है और न ही उन्हें पैंशन सुविधा प्रदान की जा रही है।
मंडी (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (एचआरटीसी) को बुलंदियों तक ले जाने के लिए कर्मचारी 24 घंटे सेवा देते हैं लेकिन दुख की बात यह है कि जब वे रिटायर हो जाते हैं तो उनको समय पर न तो जीपीएफ की अदायगी की जा रही है और न ही उन्हें पैंशन सुविधा प्रदान की जा रही है। जानकारी के अनुसार फरवरी, 2020 तक बीते 8 महीने में प्रदेशभर में करीब 400 निगम के कर्मचारी सेवा से मुक्त हुए हैं लेकिन अभी तक निगम प्रबंधन द्वारा रिटायर हुए कर्मचारियों को न तो जीपीएफ का पैसा मुहैया करवाया गया है और न ही उन्हें पैंशन की सुविधा प्रदान की गई है।
सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी जोगिंद्र गुलेरिया, राजेंद्र पाल शर्मा, भूपेंद्र कुमार, बीरी सिंह, हरि सिंह व सुख राम का कहना है कि उन्हें रिटायर हुए करीब 8 महीने हो गए हैं लेकिन अभी तक निगम प्रबंधन द्वारा न तो जीपीएफ का पैसा प्रदान किया गया है और न ही पैंशन प्रदान की जा रही है। उन्होंने परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर व निगम प्रबंधन के उच्चाधिकारियों से मांग उठाई है कि रिटायर हुए कर्मचारियों को यथाशीघ्र जीपीएफ व पैंशन मुहैया करवाई जाए।
वहीं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि एचआरटीसी से बीते कुछ महीनों में रिटायर हुए कर्मचारियों को जल्द ही जीपीएफ सहित पैंशन मुहैया करवा दी जाएगी। इसको लेकर निगम प्रबंधन को निर्देश दिए जाएंगे।