धूमल को हराने के बाद उनके बेटे को घेरने की तैयारी में जुटे राणा

Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Jan, 2018 01:10 AM

rana is preparing to surround the son after defeating the dhumal

विधानसभा चुनाव में सुजानपुर निर्वाचन क्षेत्र से इतिहास रचने वाले कांग्रेस नेता राजेंद्र राणा ने अब पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराने के बाद उनके बेटे को घेरने की तैयारी कर ली है।

सोलन/हमीरपुर: विधानसभा चुनाव में सुजानपुर निर्वाचन क्षेत्र से इतिहास रचने वाले कांग्रेस नेता राजेंद्र राणा ने अब पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराने के बाद उनके बेटे को घेरने की तैयारी कर ली है। उनकी मानें तो कांग्रेस को भाजपा के अभेद्य दुर्ग हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में सेंध लगाने के लिए अभी से ही मेहनत करनी होगी। बकौल राजेंद्र राणा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा पहली बार बैकफुट पर है। इस संसदीय क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती सहित भाजपा के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। पिछले 20 वर्षों से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र पर भाजपा का कब्जा है। कांग्रेस वर्ष, 1996 के बाद लोकसभा चुनाव में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से जीत दर्ज करने में नाकाम रही है। 

कांग्रेस में बहुत से नेता, अनुराग को देंगे कड़ी टक्कर
उन्होंने सोलन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से अपनी दावेदारी को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि सुजानपुर की जनता ने उन्हें विधानसभा के लिए जनादेश दिया हुआ है। कांग्रेस में बहुत से नेता है जो इस बार भाजपा संसद अनुराग ठाकुर को कड़ी टक्कर देने का मादा रखते हैं। 

बेटे की दावेदारी को हंस कर टाल गए राणा
क्या उनके बेटे व युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक राणा कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं? इस सवाल पर अपने बेटे की दावेदारी को हंस कर टालते हुए उन्होंने कहा कि किसे चुनाव लडऩा है और किसे नहीं यह पार्टी हाईकमान तय करेगा। कांग्रेस के सच्चे सिपाही के रूप में हाईकमान के फैसले को मानेंगे। अभी लोकसभा चुनाव के लिए काफी वक्त है और उन्होंने अभी विधायक की भी शपथ नहीं ली है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि विधानसभा चुनाव में उनकी जीत में अभिषेक राणा ने अहम भूमिका निभाई है। 

लैपटॉप वितरण पर रोक लगाना अशोभनीय
 विधायक लैपटॉप वितरणा मामले पर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा ने सत्ता संभालते ही प्रदेश की युवा शक्ति को नजर अंदाज करना शुरू कर दिया है। नवगठित जयराम सरकार ने सबसे पहले प्रदेश के मेधावी छात्रों को मिलने वाले लैपटॉप वितरण पर रोक लगा दी है। रोक क्यों लगाई है? क्यों यह लैपटॉप बांटे नहीं जा रहे हैं? इस पर कोई विभाग टैक्नीकल प्रॉब्लम की बात कर रहा है तो कोई अन्य बहाना लगा रहा है लेकिन छात्रों को लैपटॉप न मिलना प्रदेश सरकार की नाकामी दर्शाती है जिसका प्रदेश कांग्रेस ने विरोध किया है। उन्होंने  ने सरकार से मांग की है कि जिस-जिस जिला में यह लैपटॉप वितरण होने हैं, वहां लैपटॉप शीघ्र अति शीघ्र वितरित हो जाना चाहिए। 

क्या बोले डिप्टी डायरैक्टर हायर एजुकेशन 
उधर इस संबंध में डिप्टी डायरैक्टर हायर एजुकेशन सोमदत्त सांख्यान से बात की तो उन्होंने बताया पूरे प्रदेश में लैपटॉप बांटे गए हैं लेकिन अब तक तकनीकी कारणों के चलते कुछ समस्या उत्पन्न हुई है। हमीरपुर जिला के 3 ब्लॉकों में लैपटॉप बांटे जा चुके हैं, अन्य 3 ब्लॉकों में भी लैपटॉप बंटने हैं, जैसे ही राज्य सरकार मंजूरी प्रदान करती है इन्हें बांट दिया जाएगा। 

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