Edited By Ekta, Updated: 29 Oct, 2018 02:34 PM
डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि होने के साथ-साथ वीरभूमि भी है। उन्हें गर्व है कि आज उन्हें इस भूमि में आने का अवसर मिला...
कांगड़ा (चंदन महाशा): डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि होने के साथ-साथ वीरभूमि भी है। उन्हें गर्व है कि आज उन्हें इस भूमि में आने का अवसर मिला है। कॉलेज के सरदार शोभा सिंह सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति कोविंद ने पास आउट प्रशिक्षु एमबीबीएस डॉक्टरों को 110 डिग्रियां वितरित की।
आठ प्रशिक्षु डॉक्टरों को 11 गोल्ड मेडल प्रदान किए, जिनमें सात लड़कियां हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा की इसी धरती से देश के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ रहे हैं। वहीं, अंग्रेजों से लोहा लेने वाले राम सिंह पठानिया का जन्म भी यहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि वह पहली बार वर्ष 1974 में हिमाचल आए थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज हिमाचल ने काफी विकास किया है और हिमाचल आज पहाड़ी क्षेत्रों के विकास का एक मॉडल बना है। उन्होंने कहा कि आज खुशी की बात है कि टांडा मेडिकल कॉलेज एक ग्रामीण क्षेत्र में अच्छी सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है। इस संस्थान ने तेजी से प्रगति की है। यहां 17 कोर्स पीजी के चल रहे हैं, जो शिक्षा के नए व उच्च स्तरीय अवसर प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि भारत सरकार ने कुछ बड़ी शोध योजनाओं के लिए देश के कुछ संस्थानों को चुना हैं, उनमें एक टांडा मेडिकल कॉलेज भी है।
उन्होंने आज डिग्री हासिल करने वाले चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि अापने जिस मेडिकल प्रोफेशन को चुना है, वह केवल जीवकोपार्जन का साधन नहीं है। इसलिए इसे नोबेल प्रोफेशन भी कहा जाता है। यह मूल रूप से सेवा का माध्यम है। मरीजों की सेवा कर एक डॉक्टर को जो संतोष मिलता है, उसे पैसों से नहीं खरीदा जा सकता है। गरीब तबके के मरीजों को सर्वोपरि रखना मूल कर्तव्य है। इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद हेलिकॉप्टर से कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचे, जहां पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत, सीएम जयराम ठाकुर और किशन कपूर ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उनका काफिला टीएमसी की ओर निकला। वहां पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, एचपीयू के कुलपति डॉ सिकंदर कुमार और टीएमसी के प्राचार्य डॉ. भानु अवस्थी ने उनका अभिनंदन किया।
इन रूट्स पर बदलाव
1.पालमपुर की तरफ से आकर शाहपुर, पठानकोट की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहन मलां चौक से दाहिने मुड़कर चामुण्डा, धर्मशाला, चड़ी होते हुए चम्बी पुल में राष्ट्रीय उच्चमार्ग-154 में से जाएंगे।
2. पठानकोट की ओर से आकर कांगड़ा की ओर जाने वाले छोटे वाहन राष्ट्रीय उच्चमार्ग-154 में रजोल नामक स्थान से दाहिने मुड़कर जमानाबाद होते हुए कांगड़ा जा सकते हैं।
3. पठानकोट की तरफ से आकर नगरोटा बगवां, पालमपुर की ओर जाने वाले सभी प्रकार के वाहन चम्बी पुल से बाएं मुड़कर चड़ी, घरोह, धर्मशाला और योल होते हुए जाएंगे।
4. बगली से घुरक्ड़ी चौक होते हुए कांगड़ा तक सड़क मार्ग पूरी तरह बंद होगा। किसी भी प्रकार का वाहन और यहां तक कि साइकिल चलाने की भी अनुमति नहीं होगी।