Edited By Ekta, Updated: 09 Jul, 2019 01:20 PM
खनन से स्वां क्षेत्र की तस्वीर बिगाड़ी जा रही है। बरसात शुरू होने से पहले ही स्वां के बीच आर-पार जाने के लिए बनाए गए जुगाड़ू पुलों को भी उखाड़ दिया गया है। हालांकि इन्हें उखाड़ने वाले क्रशर प्रबंधकों का कहना है कि उन्होंने स्वां नदी के बीच लोगों की...
जोल (नरेन्द्र): खनन से स्वां क्षेत्र की तस्वीर बिगाड़ी जा रही है। बरसात शुरू होने से पहले ही स्वां के बीच आर-पार जाने के लिए बनाए गए जुगाड़ू पुलों को भी उखाड़ दिया गया है। हालांकि इन्हें उखाड़ने वाले क्रशर प्रबंधकों का कहना है कि उन्होंने स्वां नदी के बीच लोगों की सुविधा के लिए भूमिगत पाइप डाले थे और अब बरसात में ये बह जाएंगे इसलिए इन्हें उखाड़ा गया है जबकि दूसरी तरफ हर रोज अस्थायी पुलों के जरिए आर-पार जाने वाले लोगों का आरोप है कि इन पाइपों को उखाडऩे की आड़ में खनन सामग्री को उठाया जा रहा है। नियमों के तहत स्वां नदी के तट से कोई भी सामग्री नहीं उठाई जा सकती है।
नहीं कर रहे अवैध खनन
दूसरी तरफ यहां पोकलेन मशीन लगाने वाले क्रशर प्रबंधकों का कहना है कि उन्होंने अस्थायी पुल बनाया था। चूंकि बरसात में अब पाइपें बह जाएंगी इसलिए इन्हें यहां से हटाया गया है। वे किसी प्रकार का अवैध खनन नहीं कर रहे हैं।
विभाग से की कड़ी कार्रवाई की मांग
सोमवार को चुरुड़ू के निकट स्वां क्षेत्र में मशीनों के जरिए पूरे क्षेत्र में जमकर खनन कार्य किया गया। इसको लेकर कुछ लोगों की तकरार भी हुई, बावजूद इसके यह क्रम लगातार जारी रहा। लौहारली के अजय, खड्ड के नरेश, स्थानीय निवासी बलवीर, सुशील, जितेंद्र, ओंकार, केसर, केहर व सुनील सहित कई अन्य ग्रामीणों का कहना है कि खनन की वजह से न केवल उनके जुगाड़ू पुल हटा दिए गए हैं बल्कि जगह-जगह गड्ढे बनाकर स्वां नदी को बदसूरत बना दिया गया है। लोगों ने विभाग से इस पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।