Edited By Jyoti M, Updated: 23 Aug, 2025 10:45 AM

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के बालीचौकी में भूस्खलन के कारण एक बड़ा हादसा हुआ है। बीती रात, मुख्य बाजार में एक तीन-मंजिला इमारत पूरी तरह से ढह गई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि खतरे को भांपते हुए मकान को पहले ही खाली करा लिया...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के बालीचौकी में भूस्खलन के कारण एक बड़ा हादसा हुआ है। बीती रात, मुख्य बाजार में एक तीन-मंजिला इमारत पूरी तरह से ढह गई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि खतरे को भांपते हुए मकान को पहले ही खाली करा लिया गया था।
यह इमारत बाली राम और बीरी सिंह की थी, जिसमें आठ दुकानें और 30 कमरे थे, जिन्हें किराए पर दिया गया था। पिछले साल यानी 2023 से ही इस क्षेत्र में जमीन धंसने का सिलसिला शुरू हो गया था। इस बार भी, जमीन में दरारें आने के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और लगभग 60 परिवारों और 40 से अधिक दुकानदारों को सुरक्षित बाहर निकाला। ये सभी प्रभावित लोग अब प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में रह रहे हैं।
लोगों ने मकान से अपना कुछ सामान तो निकाल लिया, लेकिन बहुत-सा कीमती सामान अभी भी मलबे के नीचे दबा हुआ है। इस भूस्खलन की वजह से बालीचौकी, शारश, खलाओ और रही को जोड़ने वाले रास्ते भी टूट गए हैं, जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी परेशानी हो रही है।
एसडीएम बालीचौकी, देवी चंद ने पुष्टि की है कि हादसे में कोई जान का नुकसान नहीं हुआ है और प्रशासन प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचा रहा है। भूस्खलन का यह क्षेत्र करीब एक किलोमीटर लंबा है जो लगातार धंसता जा रहा है। 2023 में भी नाग मंदिर के पास इसी तरह की घटना में छह इमारतें ढह गई थीं। यह घटना एक बार फिर से इस क्षेत्र में भूस्खलन के बढ़ते खतरे को दर्शाती है।