Edited By Vijay, Updated: 20 Jul, 2018 09:22 PM
ग्राम पंचायत टिक्कर खास के उपप्रधान कमल कुमार, वार्ड नं. 1 के वार्ड सदस्य रणवीर सिंह, वार्ड नं. 2 की वार्ड सदस्य स्नेहलता, वार्ड नं. 3 के वार्ड सदस्य लाल सिंह और वार्ड नं. 5 की सदस्य सारिका वर्मा ने अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।
धर्मशाला: ग्राम पंचायत टिक्कर खास के उपप्रधान कमल कुमार, वार्ड नं. 1 के वार्ड सदस्य रणवीर सिंह, वार्ड नं. 2 की वार्ड सदस्य स्नेहलता, वार्ड नं. 3 के वार्ड सदस्य लाल सिंह और वार्ड नं. 5 की सदस्य सारिका वर्मा ने अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। उपप्रधान व वार्ड सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफे के साथ शुक्रवार को डी.सी. कांगड़ा के समक्ष बी.डी.ओ. पंचरुखी के खिलाफ शिकायत पत्र भी प्रेषित किया है। डी.सी. कांगड़ा को प्रेषित शिकायत पत्र में ग्राम पंचायत टिक्कर खास के उपप्रधान व वार्ड सदस्यों ने बताया कि जिस जनता के सहयोग से हम पंचायत प्रतिनिधि चुने गए, अगर समय पर उनका काम नहीं होगा और उच्चाधिकारियों के आगे जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं होगी तो हमारा पंचायत प्रतिनिधियों के पद पर रहना भी ठीक नहीं होगा, जिसके चलते उपप्रधान व वार्ड सदस्यों ने इस्तीफा दिया है।
बी.डी.ओ. ने बात किए बिना कार्यालय से बाहर भेजा
उन्होंने डी.सी. को सौंपे शिकायत पत्र में बताया कि वर्ष 2014 में सांसद शांता कुमार द्वारा विधायक निधि से एक लाख रुपए टंडरू श्मशानघाट के लिए बाड़बंदी व बैठने के बैंचों के लिए दिए गए थे, जिसके बारे में पंचायत सहायक द्वारा पहले कभी पंचायत में बताया ही नहीं गया कि राशि मंजूर हुई है तथा बाद में बिना वार्ड सदस्यों को बताए ही लगभग 4 साल बाद खुद ही प्रस्ताव बनाकर पैसे वापस कर दिए गए। जब इस बारे खंड विकास अधिकारी से बात करने कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने बाहर भेज दिया।
पैसों को वापस भेजने के कारणों का लगाया जाए पता
उपप्रधान कमल कुमार ने बताया कि डी.सी. कांगड़ा संदीप कुमार से मांग की है कि जल्द से जल्द इस मामले बारे बी.डी.ओ. पंचरुखी से पूछा जाए और पंचायत में सामाजिक कार्य को बिना करवाए पैसों को वापस भेजने के कारणों का भी पता लगाया जाए ताकि सच्चाई समस्त जनता के सामने आ सके।
क्या कहते हैं बी.डी.ओ.
बी.डी.ओ. पंचरुखी विवेक चौहान ने बताया कि यह उनकी निजी इच्छा है। पंचायत प्रतिनिधि जनता द्वारा चुने गए हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा स्वैच्छा से दिया है। उन पर किसी की जोर-जबरदस्ती नहीं है। कुछ कारण रहे होंगे तभी मैंने उन्हें बोला होगा।