Edited By Punjab Kesari, Updated: 01 Dec, 2017 10:24 AM
हिमाचल प्रदेश संसदीय आई.टी. कमेटी के अध्यक्ष और सांसद अनुराग ठाकुर ने पद्मावती फिल्म से उपजे विवाद के बीच गतिरोध समाप्त करने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। उन्होंने आई.टी. की संसदीय स्थायी समिति के नेतृत्व में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के...
ऊना (सुरेन्द्र): हिमाचल प्रदेश संसदीय आई.टी. कमेटी के अध्यक्ष और सांसद अनुराग ठाकुर ने पद्मावती फिल्म से उपजे विवाद के बीच गतिरोध समाप्त करने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। उन्होंने आई.टी. की संसदीय स्थायी समिति के नेतृत्व में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय बोर्ड ऑफ फिल्म प्रमाणन के अध्यक्ष और फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली को आमंत्रित कर उपजे विवाद को सुलझाने का प्रयास किया। इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि पद्मावती विवाद को देखते हुए मेरे कुछ सवाल हैं कि क्यों फिल्म के निर्माण के समय से ही टकराव की स्थिति बनी हुई है, क्यों देश के करदाताओं का पैसा विकास कार्यों में लगने की बजाय पद्मावती विवाद से जुड़े लोगों की सुरक्षा पर खर्च हो रहा है।
सी.बी.एफ.सी. की जांच से पहले फिल्म को चुनिंदा मीडिया में क्यों दिखाया गया
फिल्म को सी.बी.एफ.सी. की जांच से पहले चुनिंदा मीडिया में क्यों दिखाया गया। फिल्मों के निर्माण का आधार मनोरंजन होता है, न कि पूरे देश में तनावपूर्ण माहौल बनाना। आई.टी. की संसदीय स्थायी समिति के नेतृत्व में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय बोर्ड ऑफ फिल्म प्रमाणन के अध्यक्ष और फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली को आमंत्रित कर सभी संबंधित लोगों से उनका पक्ष जाना जाएगा। उनसे इस विवाद की वजह क्या रही और भविष्य में ऐसे मामलों से बचने के लिए क्या प्रभावी कदम उठाए जाएं, इस पर विस्तृत चर्चा होगी।
मीडिया खबरों और जनता के बीच का माध्यम
ठाकुर ने कहा कि मीडिया खबरों और जनता के बीच का माध्यम है लेकिन अक्सर पूरी सच्चाई जनता के सामने नहीं आ पाती। यह कहा जा रहा है कि धमकी दी गई मगर उस धमकी के बाद जिम्मेदार व्यक्ति पर हुई कार्रवाई के बारे में मीडिया ने जनता को नहीं बताया। यदि एक पक्ष की बातें सामने आती हैं तो उसका दूसरा पक्ष दिखाने की जिम्मेदारी भी मीडिया की है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि इससे लोगों की जनभावनाएं भी जुड़ी हुई हैं, जिनका हमें ध्यान रखना है। माहौल को ऐसे खराब होते हम नहीं देख सकते, इसके लिए हमें जो भी जरूरी कदम उठाने होंगे और इस विवाद को खत्म करना होगा।