Edited By Vijay, Updated: 30 Oct, 2019 09:18 PM
ज्वालाजी अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार अम्बोटु गांव के राजीव ने ज्वालाजी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। अपने साथ हुए अन्याय को लेकर उसने हैल्थ केयर हैल्पलाइन 104 पर भी इसकी शिकायत की है, साथ ही सीएम हैल्पलाइन नम्बर पर...
ज्वालामुखी (नितेश): ज्वालाजी अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार अम्बोटु गांव के राजीव ने ज्वालाजी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। अपने साथ हुए अन्याय को लेकर उसने हैल्थ केयर हैल्पलाइन 104 पर भी इसकी शिकायत की है, साथ ही सीएम हैल्पलाइन नम्बर पर शिकायत व एक पत्र मुख्यमंत्री को भी भेजा है। इस शिकायत में उसने मरीज को ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा एक महीने तक गुमराह करने का आरोप जड़ा है। राजीव का कहना है कि अंत में हुई जांच के बाद उसकी पत्नी टीबी रोग से ग्रस्त पाई गई लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों को 1 महीने तक इस बीमारी का पता नहीं चला और उसकी जगह वह और ही दवाइयां उसे देते रहे।
खांसी व छाती की समस्या को लेकर आए थे अस्पताल
राजीव ने कहा कि वह अपनी पत्नी को खांसी व छाती की समस्या के चलते ज्वालाजी अस्पताल में लाया था। इस बीच अस्पताल में मौजूद एक डॉक्टर ने उसकी पत्नी का इलाज शुरू किया व कुछेक टैस्ट करवाने को दिए। इसके बाद भी उसकी पत्नी ठीक नहीं हुई। उसे कान व गले में भी दर्द होना शुरू हो गया तो वे दोबारा अस्पताल आए और डॉक्टर को समस्या बताई, जिस पर उन्हें दूसरे डॉक्टर के पास कान व गले का इलाज करने के लिए भेज दिया गया।
बलगम टैस्ट के बाद चला बीमारी का पता
राजीव का कहना है कि इसके बाद भी जब पत्नी की हालत में सुधार नहीं हुआ तो वह दोबारा उसे 17 अक्तूबर को अस्पताल लेकर आया। इस बीच एक लेडीज डॉक्टर ने उसे पत्नी का बलगम टैस्ट करवाने की सलाह दी। जब उसने पत्नी का बलगम टैस्ट करवाया तो उसमें टीबी की पुष्टि हुई। राजीव का कहना है कि एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों को बीमारी का पता चल रहा है जोकि अपने आप में ही हैरानी भरी बात है। उसने अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुए अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सीएम जयराम ठाकुर से उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
क्या बोले विभाग के अधिकारी
मामले को लेकर सीएमओ धर्मशाला डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि इस तरह की कोई भी शिकायत उनके पास नहीं आई है। यदि अस्पताल में ऐसा हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं बीएमओ ज्वालाजी डॉक्टर सतिंदर वर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायत आई है, साथ ही मामले को लेकर डॉक्टरों से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। जल्द ही इसमें ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाएगी ताकि दोबारा अस्पताल में इस तरह का मामला पेश न आए।