Edited By Vijay, Updated: 10 Mar, 2024 09:14 PM
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि सुक्खू सरकार के 15 महीने के कार्यकाल में व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर अव्यवस्था का ही आलम रहा है, चाहे वह कांग्रेस पार्टी के अंदर की बात हो या चाहे पूरे प्रदेश के सारे सिस्टम की।
सुंदरनगर (सोनी): पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का कहना है कि सुक्खू सरकार के 15 महीने के कार्यकाल में व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर अव्यवस्था का ही आलम रहा है, चाहे वह कांग्रेस पार्टी के अंदर की बात हो या चाहे पूरे प्रदेश के सारे सिस्टम की। रविवार को सुंदरनगर में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि इन 15 महीनों में सुक्खू सरकार ने प्रदेश के ऊपर 14 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का ऋण लाद दिया है। प्रदेश में वाटर सैस लगाने के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें कीं, वाटर सैस आयोग बनाया और उस पर लाखों रुपए व्यय कर दिए लेकिन अब हाईकोर्ट ने वाटर सैस लगाने के सारे प्रकरण को ही नकार दिया है। जयराम ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने बिना बजट प्रावधान के ही महिला सम्मान निधि की घोषणा की है जबकि इस निधि के न तो नियम स्पष्ट हैं और न ही लाभार्थियों की संख्या। उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दौरान पूरे देश ने देखा कि किस प्रकार कांग्रेस ने लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोंटकर अपनी सरकार जैसे-तैसे बचाई है और अगर भाजपा के 15 विधायकों को गलत तरीके से निलंबित नहीं किया जाता तो कांग्रेस की यह सरकार बजट सैशन में गिर गई थी।
अपनी पार्टी के ही विधायकों पर सवाल उठा रहे सुक्खू
जयराम ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू की बयानबाजी से उनकी बौखलाहट स्पष्ट देखी जा सकती है। वे अपनी पार्टी के ही विधायकों पर सवाल उठा रहे हैं जबकि सभी विधायक स्वयं कह रहे हैं कि वे अपनी मर्जी से जहां भी जाना है, जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने विधायकों से सवाल करने की बजाय खुद से सवाल करना चाहिए कि यह हाल आखिर कैसे हुआ। भेड़ व गड़रिये पर मुख्यमंत्री सुक्खू के बयान पर पूछे एक प्रश्न के उत्तर में जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू भी चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं, क्या खुद को भी सुक्खू भेड़ मानते हैं। पत्रकार वार्ता में विधायक राकेश जम्वाल व प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अजय राणा भी साथ थे।
कांग्रेस के विधायक शिमला में जैड प्लस से भी बड़ी सुरक्षा में
जयराम ने कहा कि आज कांग्रेस के विधायक जो शिमला में हैं, उन्हें देखकर लगता है कि वे जैड प्लस से भी बड़ी सुरक्षा में हैं। विधायकों के आगे पायलट और पीछे एस्कॉर्ट चल रही है तथा रात में भी पुलिस विधायकों के घर में झांककर देखती है कि वे घर में हैं कि नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा शिवरात्रि के मंच से की गई राजनीतिक बयानबाजी पूर्णतया दुर्भाग्यपूर्ण है और उनके बयानों से उनकी हताशा स्पष्ट देखी जा सकती है।
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