Edited By Ekta, Updated: 03 Mar, 2019 03:54 PM
शहनाई वादन से अपनी पहचान बनाने वाले मंडी जिला के चच्योट गांव निवासी सूरजमणी अब अमेरिका के लोगों को अपनी शहनाई की मधुर धुन सुनाएंगे। सूरजमणी को अमेरिका की एक धार्मिक संस्था से शहनाई वादन का निमंत्रण आया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। 4 अप्रैल...
मंडी (नीरज): शहनाई वादन से अपनी पहचान बनाने वाले मंडी जिला के चच्योट गांव निवासी सूरजमणी अब अमेरिका के लोगों को अपनी शहनाई की मधुर धुन सुनाएंगे। सूरजमणी को अमेरिका की एक धार्मिक संस्था से शहनाई वादन का निमंत्रण आया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। 4 अप्रैल को सूरजमणी दिल्ली से अमेरिका के लिए उड़ान भरेंगे। अमेरिका में क्या कार्यक्रम है इसकी जानकारी अभी सूरजमणी को नहीं दी गई है, लेकिन उन्हें आने-जाने का टिकट और वीजा संस्था द्वारा दे दिया गया है।
सूरजमणी के साथ प्रदेश के 5 और वाद्ययंत्र वादक साथ जाएंगे। इसमें शिमला जिला के दो और सोलन जिला के तीन वादक शामिल हैं। सूरजमणी शहनाई बजाएंगे जबकि बाकी साथी ढोल, नगाड़ा, करनाल और हारमोनियम पर उनका साथ देंगे। सूरजमणी ने बताया कि शहनाई के कारण आज उन्हें न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी पूरा मान-सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि विदेश में जाकर अपनी संस्कृति की झलक दिखाने का उन्हें जो मौका मिल रहा है उसे पाकर वह बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि उनका यह दौरा 15 से 20 दिनों का होगा।
बता दें कि प्रदेश का शायद ही कोई लोकगीत ऐसा होगा जिसमें सूरजमणी की शहनाई की धुन न हो। वहीं वॉलीबुड के कई गानों को सूरजमणी अपनी शहनाई की मधुर धुन से खुशगवार कर चुके हैं। हिमाचल प्रदेश में जितने भी बड़े त्यौहार होते हैं, उनकी सूरजमणी की शहनाई के बीना शुरूआत नहीं होती। लेकिन सूरजमणी को इस बात का मलाल है कि आज यह कला विलुप्त होती जा रहा है। खुद उनके क्षेत्र में अब शहनाई बजाने वाला कोई नहीं बचा है। वह चाहते हैं कि सरकार इस संदर्भ में प्रयास करे तो वह युवाओं को शहनाई वादन सिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।