Edited By Ekta, Updated: 22 Jun, 2018 11:09 AM
प्रदेश से इस बार 3 शिक्षकों को ही राष्ट्रीय टीचर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इससे पूर्व राज्य से 4 शिक्षकों को यह सम्मान मिलता था लेकिन इस बार राष्ट्रीय टीचर अवार्ड पॉलिसी में बदलाव किया गया है। भारत सरकार की ओर से यह बदलाव किया गया है। इसके तहत...
शिमला: प्रदेश से इस बार 3 शिक्षकों को ही राष्ट्रीय टीचर अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इससे पूर्व राज्य से 4 शिक्षकों को यह सम्मान मिलता था लेकिन इस बार राष्ट्रीय टीचर अवार्ड पॉलिसी में बदलाव किया गया है। भारत सरकार की ओर से यह बदलाव किया गया है। इसके तहत 3 शिक्षकों को ही इस बार अवार्ड मिलेगा और शिक्षकों को इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इससे पूर्व प्रारंभिक शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग से इसमें 2-2 शिक्षकों को यह सम्मान दिया जाता था। नई पॉलिसी के तहत शिक्षक अवार्ड के लिए मानव संसाधन मंत्रालय की वैबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।
इस दौरान उन्हें अपने पूरे दस्तावेज व कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों को वैबसाइट पर अपलोड करना होगा। 30 जून से पहले नैशनल टीचर अवार्ड के लिए शिक्षक आवेदन कर सकते हैं। इससे पहले नैशनल टीचर अवार्ड उन्हीं शिक्षकों को मिलता था, जिन्हें राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया जा चुका हो लेकिन अब यह शर्त समाप्त कर दी गई है। इस अवार्ड के चयन को लेकर कमेटियां बनाई गई हैं जो आवेदनों की छंटनी करेंगी। जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कमेटियां इन आवेदनों की छंटनी करेंगी। इसके लिए जिला की कमेटी में उपनिदेशक को अध्यक्ष तो वहीं राज्य स्तरीय कमेटी में शिक्षा सचिव को अध्यक्ष बनाया गया है। जिला और राज्य स्तर पर शिक्षकों का चयन कर रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी जाएगी। 31 जुलाई तक प्रदेश सरकार को शिक्षकों के नाम फाइनल कर भारत सरकार को भेजने होंगे।