Edited By kirti, Updated: 22 Dec, 2018 01:38 PM
बिलासपुर के झंडुत्ता चुनाव क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाली पंचायत जांगला के गांव सुन्दडू की रहने वाली विधवा महिला का मकान ढह गया था। जिसके चलते उसने प्रशासन और पंचायत से मदद की गुहार लगाई। लेकिन किसी ने भी इस परिवार की मदद नहीं की। मगर नेहा मानव सेवा...
बिलासपुर(मुकेश) : बिलासपुर के झंडुत्ता चुनाव क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाली पंचायत जांगला के गांव सुन्दडू की रहने वाली विधवा महिला का मकान ढह गया था। जिसके चलते उसने प्रशासन और पंचायत से मदद की गुहार लगाई। लेकिन किसी ने भी इस परिवार की मदद नहीं की। मगर नेहा मानव सेवा सोसायटी ने परिवार की आर्थिक मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए क्षेत्र में मिसाल कायम कर उनकी सहायता की है। बताया जा रहा है कि चंपा देवी के परिवार का चार कमरों का मकान गिर गया था जबकि 2 वर्ष पहले परिवार का मुखिया लौकू राम की भी मृत्यु हो गई। परिवार का आय का कोई साधन ना होने के कारण मानो चारों ओर से परिवार के ऊपर एक से एक मुसीबत टूट पड़ी हो। लेकिन प्रशासन और पंचायत से गुहार के बाद भी आज तक कोई इस परिवार को मदद नहीं मिल पाई। ना ही उपरोक्त परिवार आईआरडीपी में डला हुआ है।
हर महीने 1500 रुपए परिवार को देने का लिया निर्णय
सोसायटी के महासचिव पवन बरुर व अनिल बरूर ने विधवा परिवार के घर जाकर जहां आर्थिक मदद के लिए हाथ बढ़ाएं। वहीं जब तक बच्चे की पढ़ाई पूरी नहीं होती 1500 रुपए हर महीने परिवार को देने का निर्णय लिया। इस सोसाइटी में कुल 385 मेम्बर है और हर महीने सभी मेम्बर 200 रुपए अपनी जेब से इकठा करके हर महीने 51बच्चों को 1500 रुपए देते हैं जो सब कुछ मिलाकर 76500 रुपए बनते है। देने के लिए निर्णय परिवार की स्थिति को देखते हुए लिया। इस सोसाइटी में कुल 385 मेम्बर है और हर महीने सभी मेम्बर 200 रुपए अपनी जेब से इकठा करके हर महीने 51 बच्चों को 1500 रुपए देते हैं जो सब कुछ मिलाकर 76500 रुपए बनते है।