Edited By Vijay, Updated: 27 Jun, 2021 12:10 AM
केंद्र सरकार की तरफ से अपने कर्मचारियों व पैंशनर्ज को 1 जुलाई, 2020 से 1 जनवरी, 2021 तक महंगाई भत्ते (डीए) की किस्त देने की सोशल मीडिया में फैलाई गई खबर फर्जी निकली। इसमें कर्मचारी और पैंशनर्ज को 3 किस्तों में डीए का भुगतान करने की बात कही गई थी।
शिमला (कुलदीप): केंद्र सरकार की तरफ से अपने कर्मचारियों व पैंशनर्ज को 1 जुलाई, 2020 से 1 जनवरी, 2021 तक महंगाई भत्ते (डीए) की किस्त देने की सोशल मीडिया में फैलाई गई खबर फर्जी निकली। इसमें कर्मचारी और पैंशनर्ज को 3 किस्तों में डीए का भुगतान करने की बात कही गई थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चलते 1 जुलाई, 2020 में डीए को फ्रीज किया गया है। इसके बाद राज्य के कर्मचारियों व पैंशनर्ज को मिलने वाला डीए रुक गया है, जिसका केंद्र और प्रदेश सरकार के कर्मचारी व पैंशनर्ज लगातार विरोध कर रहे हैं।
कर्मचारियों व पैंशनर्ज का कहना है कि वे प्रतिकूल हालात में अपनी सेवाएं देने के अलावा कोविड-19 फंड में भी अपना योगदान दे रहे हैं, जिसे देखते हुए इसे रोका जाना उचित नहीं है। वैसे भी डीए का निर्धारण मूल्य सूचकांक यानी बढ़ती महंगाई के साथ होता है, जिसे सरकार की तरफ से समय-समय पर निर्धारित किया जाता है, ऐसे में डीए रोकना उचित नहीं है। इससे संबंधित फर्जी अधिसूचना को सोशल मीडिया में खूब वायरल किया गया। यहां तक कि सरकारी स्तर पर भी कुछ अधिकारी व कर्मचारी भी इसको सही मानते रहे और देर शाम इसके फर्जी होने की पुष्टि की।