Edited By Vijay, Updated: 05 Sep, 2018 03:39 PM
नगर निगम प्रशासन के पास ठेके पर रखे सफाई कर्मियों के संबंध में लापरवाही बरतने पर आयोग ने तल्खी दिखाई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को हर 3 माह में सफाई कर्मचारियों की समीक्षा बैठक करने को कहा है।
धर्मशाला: नगर निगम प्रशासन के पास ठेके पर रखे सफाई कर्मियों के संबंध में लापरवाही बरतने पर आयोग ने तल्खी दिखाई। आयोग संबंधित अधिकारियों को हर 3 माह में सफाई कर्मचारियों की समीक्षा बैठक करने को कहा है। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य जगदीश हीरामणि ने डी.सी. कार्यालय के सभागार में नगर निगम के अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों की बैठक ली, जिसमें नगर निगम धर्मशाला के अधिकारियों को उन्होंने हिदायत दी कि सफाई कर्मचारियों को मिलने वाले न्यूनतम वेतन, सुरक्षा उपकरण, स्वास्थ्य बीमा व उनके आश्रितों के स्वरोजगार हेतु कार्यशालाओं को सुनिश्चित किया जाए।
कर्मचारियों ने आयोग के समक्ष रखीं समस्याएं
इस दौरान मौजूद सफाई कर्मचारियों ने आयोग के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों हेतु ठेकेदारी प्रथा बंद करने को राज्य सरकारों को लिखा गया है। इसके साथ ही सफाई ठेकेदार के द्वारा कर्मियों को प्रताडि़त करने व समय पर वेतन न देने की समस्या भी इस बैठक में उठाई गई। वाल्मिकी सभा के विभिन्न पदाधिकारियों के अलावा एस.पी. संतोष पटियाल, ए.डी.एम. मस्त राम भारद्वाज, नगर निगम के कमिश्नर संदीप कदम व अन्य अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहे।