Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Feb, 2018 04:52 PM
कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि विपक्ष के दबाव के बाद ही सरकार तबादलों पर ब्रेक लगाने को मजबूर हुई है। पंजाब केसरी स्टूडियो आए अग्निहोत्री ने कहा कि सत्तापक्ष का पहला दौर दिशा देने वाला नहीं रहा है। सरकार पर अफसरशाही हावी...
शिमला: कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि विपक्ष के दबाव के बाद ही सरकार तबादलों पर ब्रेक लगाने को मजबूर हुई है। पंजाब केसरी स्टूडियो आए अग्निहोत्री ने कहा कि सत्तापक्ष का पहला दौर दिशा देने वाला नहीं रहा है। सरकार पर अफसरशाही हावी हो गई। संघ का दखल बहुत ज्यादा है। थोक में तबादले कर दिए गए। सरकार को थोड़ा संयम रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तक जयराम सरकार ने सिर्फ दो ही काम किए हैं। एक तबादले और दूसरा जश्न। अब तो बात सरकार के विजन की होनी चाहिए।
अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार में कुछ कमियां रहीं होंगी। इसीलिए आज हम विपक्ष में बैठे हैं, अब सीएम जयराम की बारी है। सरकार के अब तक के प्रदर्शन पर बात करते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार हड़बड़ाहट में लग रही है, अभी तो शुरूआत है। जयराम सरकार के पास पूरे 5 साल का वक्त है, लेकिन फैसले जल्दबाजी में लिए जा रहे हैं। पहले बीजेपी कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाती रही कि टायर्ड और रिटायर्ड लगाए गए हैं लेकिन अब सीएम ऑफिस में कौन लोग बिठा दिए हैं। अब वहां पर संघ के लोग बैठे हैं जिन्हें प्रशासन का कोई अनुभव नहीं है।
जयराम सरकार में सत्ता के कई केंद्र
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हमने पहले ही दिन कहा था कि सीएम साहब स्टैरिंग, गेयर ब्रेक सब अपने पास रखना। लेकिन हम देख रहे हैं कि आए दिन कोई न कोई व्यक्ति गाड़ी को गेयर डालने की कोशिश कर रहा है। हिमाचल के अफसरों की मीटिंग केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा जी ने दिल्ली में ले ली। जो मीटिंग मुख्यमंत्री को लेनी चाहिए थी उसमें जयराम ठाकुर मेहमान बन गए। अगर नड्डा का ये कदम अच्छा है तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पहले ये क्यों नहीं उठाया या फिर उनकी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं होगी। अगर ये बहुत जरूरी था तो नड्डा को ऐसा काम पहले ही दिन कर देना चाहिए था। अगर अब उठाया जा रहा है तो ये संदेश देने की कोशिश हो रही है कि सीएम से ज्यादा महत्वपूर्ण लोग भी हैं।