Edited By Vijay, Updated: 18 Sep, 2019 05:30 PM
हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) की कार्यप्रणाली पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया के तहत एचपीसीए ने प्रशासक को गलत सूची प्रदान की है, साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि...
शिमला (तिलक राज): हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) की कार्यप्रणाली पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया के तहत एचपीसीए ने प्रशासक को गलत सूची प्रदान की है, साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि एचपीसीए एक ही परिवार की संपत्ति बन गई है। वह बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एचपीसीए के चुनाव लोढा कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार होना चाहिए लेकिन जब प्रशासक को गलत सूची सौंपी गई है तो ऐसा लग नहीं रहा है।
एचपीसीए ने डोनर सदस्य बनाने का नया तरीका तलाशा
उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले बोर्ड ऑफ डायरैक्टर की सूची में अरुण धूमल का नाम भी था लेकिन अब प्रशासक को सौंपी सूची में उनका नाम नहीं है। पहले एचपीसीए ने लाइफ टाइम सदस्य बनाए तथा अब डोनर सदस्य बनाने का नया तरीका तलाशा है। इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि डोनर सदस्य कौन होंगे। वे कितनी राशि देंगे तथा इन सदस्यों को कौन बनाएगा लेकिन यह कहा गया है कि इनको 20 सालों तक वोट देने या चुनाव लडऩे का अधिकार होगा, साथ ही जिलों से सदस्यों की संख्या में कटौती की गई है। पहले हर जिला से 2 सदस्य होते थे लेकिन अब इनकी संख्या घटाकर एक कर दी गई है। इससे एचपीसीए में खिलाडिय़ों को प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा।
पहले सोसायटी एक्ट के तहत पंजीकृत, अब बना दी कंपनी
उन्होंने कहा कि पहले एचपीसीए सोसायटी एक्ट के तहत पंजीकृत थी। उसे प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपए की संपत्ति दी लेकिन बाद में इसे कंपनी बना दिया गया तथा यह करोड़ों रुपए की संपत्ति कंपनी के नाम से हो गई, जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हितोड्ड का ध्यान रखते हुए प्रदेश सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए।