Edited By Vijay, Updated: 19 Feb, 2020 03:48 PM
बीजेपी के भीतर की बीजेपी को न हमीरपुर में, न तो प्रदेश की बीजेपी में तरजीह मिल पा रही है और न ही केन्द्र की बीजेपी उस पर कोई गौर कर पा रही है। आलम यह है कि हमीरपुर की बीजेपी पर न स्टेट न सैंटर और न स्थानीय जनता के साथ-साथ बीजेपी कार्यकर्ता भरोसा कर...
हमीरपुर (ब्यूरो): बीजेपी के भीतर की बीजेपी को न हमीरपुर में, न तो प्रदेश की बीजेपी में तरजीह मिल पा रही है और न ही केन्द्र की बीजेपी उस पर कोई गौर कर पा रही है। आलम यह है कि हमीरपुर की बीजेपी पर न स्टेट न सैंटर और न स्थानीय जनता के साथ-साथ बीजेपी कार्यकर्ता भरोसा कर पा रहे हैं। यह रोचक स्थिति तब बनी हुई है जब केन्द्र और प्रदेश में बीजेपी प्रचंड बहुमत से सत्तासीन हुई है। यह बात कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा नुक्सान 17 विधानसभा क्षेत्र की जनता को हो रहा है।
कारण साफ है कि जो संसदीय क्षेत्र की सुपर बीजेपी करना चाह रही है वह सैंटर और स्टेट की बीजेपी के नियमों और नीतियों के विपरीत है। एक तरह से यह कहा जाए कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की बीजेपी का यह एक धड़ा अपनी ही सरकार को रडार पर रखे हुए है तो गलत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर बिलासपुर के कुछ क्षेत्र को छोड़ दिया जाए तो बीजेपी की इस आपसी रस्साकशी में समूचे संसदीय क्षेत्र का विकास पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है। यहां तक कि सरकारी अमला भी अब संसदीय क्षेत्र के इस सुपर बीजेपी के धड़े के तुगलकी फरमान मानने में घुटन महसूस करने लगा है।
उन्होंने कहा कि विगत दिनों ऊना जिले के कुछ अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि यही बीजेपी धड़ा सरकार और सत्ता के खिलाफ काम करने को विवश कर रहा है। जो अधिकारी प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार के आदेशों की अनुपालना कर रहे हैं उनसे संसदीय क्षेत्र की सुपर बीजेपी का यह धड़ा दुश्मनों की तरह व्यवहार कर रहा है, ऐसे में अफसरशाही की समझ में यह नहीं आ रहा है कि वह विकास कार्यों को लेकर माने तो माने किसकी और सुने तो सुने किसकी। अगर सरकार की सुनतें हैं तो इनके कोप का भाजन बनना पड़ रहा है और अगर इनकी सुनते हैं तो सरकार की लाठी सिर पर पड़ रही है।
कमोवेश हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में वर्तमान समय में बीजेपी ही बीजेपी को खुद से डरा रही है और बीजेपी ही बीजेपी से जंग कर रही है, ऐसे में बीजेपी का आम कार्यकर्ता व जनता भी अविश्वास की स्थिति में है। सत्ता का आधा कार्यकाल बिता चुकी बीजेपी में अगर ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में भी इस क्षेत्र में विकास की आस तो कतई नहीं की जा सकती है।