Edited By Vijay, Updated: 30 Jan, 2020 06:04 PM
नगर निगम धर्मशाला की नए साल में पहली बैठक ही एजैंडे पर बिना चर्चा के खत्म हो गई। आलम यह रहा कि बैठक में 7 मुद्दे रखे गए थे जबकि मात्र एक ही मुद्दे पर चर्चा हो पाई। बैठक में एक मुद्दे पर चर्चा चल ही रही थी कि पार्षद अपने-अपने वार्डों में काम न होने...
धर्मशाला (नितिन): नगर निगम धर्मशाला की नए साल में पहली बैठक ही एजैंडे पर बिना चर्चा के खत्म हो गई। आलम यह रहा कि बैठक में 7 मुद्दे रखे गए थे जबकि मात्र एक ही मुद्दे पर चर्चा हो पाई। बैठक में एक मुद्दे पर चर्चा चल ही रही थी कि पार्षद अपने-अपने वार्डों में काम न होने पर बिफर गए। वहीं पार्षदों ने कमिश्नर को अल्टीमेटम दे दिया है कि 9 फरवरी तक स्वीकृत कार्य शुरू न हुए तो 10 फरवरी से कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया जाएगा।
पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम की इंजीनियरिंग विंग का रवैया विकास कार्यों को लेकर लापरवाही भरा है, जिसकी वजह से जहां नगर निगम को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। काफी गर्माहट भरी चर्चा के बाद मेयर ने बैठक को स्थगित कर दिया। पार्षदों ने नगर निगम स्टाफ पर काम न करने के साथ फोन पर अभद्र भाषा में बात करने के भी आरोप लगाए।
नगर निगम धर्मशाला के मेयर देवेंद्र जग्गी ने कहा कि बैठक का पहला मुद्दा प्रॉपटी टैक्स के बाइलॉज बनाने का था जो हमने तैयार कर दिए थे। ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सैप्ट में प्रॉपटी टैक्स पर 50 फीसदी छूट दी गई है। गौशालाओं पर टैक्स नहीं लगेगा, इसे एपू्रव किया गया है। अन्य मुद्दों पर से पहले पार्षदों ने काम न होने पर चर्चा शुरू कर दी क्योंकि नगर निगम का इंजीनियरिंग विंग ढीला रवैया अपनाए हुए है। एस्टीमेट प्रॉपर नहीं बन रहे। हमने कमिश्नर को बता दिया है कि 9 फरवरी तक काम शुरू नहीं हुए तो 10 फरवरी से कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया जाएगा। एनओसी नहीं मिल रही, पटवारी की कमी है, जिस बारे भी कमिश्नर को बता दिया गया है।