Edited By Punjab Kesari, Updated: 31 Dec, 2017 10:22 PM
विकास खंड गगरेट के बड़ोह गांव में रविवार को एक तेंदुआ मृत पाया गया।
गगरेट: विकास खंड गगरेट के बड़ोह गांव में रविवार को एक तेंदुआ मृत पाया गया। पिछले 4 महीनों में ही विकास खंड गगरेट में तेंदुए के मारे जाने की यह तीसरी घटना है। जानकारी के अनुसार रविवार को बड़ोह गांव का एक व्यक्ति अपने घर के साथ लगते जंगल की तरफ गया तो उसने रास्ते में एक तेंदुए को देखा। वह दबे पांव वापस आ गया और थोड़ी देर बाद जब जाकर देखा तो तेंदुआ उसी अवस्था में पड़ा था। जब उसने नजदीक जाकर देखा तो तेंदुआ मृत था। इसकी जानकारी मिलते ही कई लोग तेंदुए को देखने के लिए घटनास्थल पर एकत्रित हो गए। ग्राम पंचायत द्वारा इसकी जानकारी वनरक्षक दिनेश कुमार को दी गई। उन्होंने इस बाबत अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया।
तेंदुए के शरीर पर बड़े कट का निशान, हड्डियां तक बाहर निकलीं
तेंदुए के शरीर पर बड़े कट का निशान है और उसकी हड्डियां तक बाहर निकल आई हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तेंदुए की मौत 2-3 दिन पहले हो चुकी है। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मियों ने तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विभागीय अधिकारियों ने कहा कि तेंदुए की मौत कैसे हुई, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा।
पिछले 4 महीनों में मृत मिले 3 तेंदुए
यह पहला मौका नहीं है कि जब गगरेट क्षेत्र में मृत तेंदुआ मिला हो। पिछले 4 महीनों के अंदर ही गगरेट क्षेत्र में ही 3 तेंदुए मृत पाए जा चुके हैं। कुछ समय पहले दियोली गांव में कड़ाकी की चपेट में आने से तेंदुए की मौत हो गई थी जबकि कुछ समय पहले ही टटेहड़ा गांव में भी एक तेंदुआ मृत पाया गया था। हैरत की बात है कि वन विभाग के अधिकारी भी नहीं जानते कि जिला में कितने तेंदुए हैं।