Edited By Vijay, Updated: 06 May, 2021 06:43 PM
हिमाचल प्रदेश की सरकार कोरोना को लेकर कड़े फैसले लेने में सक्षम नहीं है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने वीरवार को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा प्रदेश में की गई...
शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश की सरकार कोरोना को लेकर कड़े फैसले लेने में सक्षम नहीं है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने वीरवार को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा प्रदेश में की गई कोरोना कर्फ्यू की घोषणा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विसंगतियों के चलते कोरोना संक्रमण की चेन शायद ही टूट सके। उन्होंने कहा कि धारा-144 और उसके साथ कर्फ्यू लगाना विरोधाभासी है। तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार को कड़े कदम उठाने की बेहद जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
कांग्रेस पहले ही कर चुकी है संपूर्ण लॉकडाऊन की मांग
राठौर ने कहा कि कांग्रेस पहले ही पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाऊन की मांग कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी शुरू से ही कोरोना महामारी के प्रति सरकार को चेताते रहे लेकिन सरकार ने समय रहते गंभीरता नहीं दिखाई और आज इसका परिणाम देश के सामने है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना अब लहर नहीं सुनामी बनता जा रहा है, इसके चलते लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है अब तीसरी लहर की संभावना भी जताई जा रही है, जो इन दोनों से अधिक खतरनाक बताई जा रही है।
प्रदेश को प्रयोगशाला न बनाएं
राठौर ने कहा कि सरकार फिजूलखर्ची को बंद करते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर ध्यान दे। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह कोरोना बारे अपनी नीति स्पष्ट करे। उन्होंने सरकार को सचेत किया कि वह कोरोना को लेकर प्रदेश को प्रयोगशाला न बनाएं।