Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Jun, 2017 11:11 PM
आगामी होने वाले विधानसभा चुनावों में जैसे ही भाजपा सत्ता में आती है तो प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा कांगड़ा केंद्रीय को-ऑप्रेटिव बैंक की हुई भर्तियों की जांच करवाएगी।
धर्मशाला: आगामी होने वाले विधानसभा चुनावों में जैसे ही भाजपा सत्ता में आती है तो प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा कांगड़ा केंद्रीय को-ऑप्रेटिव बैंक की हुई भर्तियों की जांच करवाएगी। यह बात शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व उद्योग मंत्री किशन कपूर ने धर्मशाला में कही। उन्होंने स्कूल शिक्षा बोर्ड व कांगड़ा को-ऑप्रेटिव बैंक के सचिवों के हाल ही में हुए तबादलों पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए आरोप लगाए कि इन अधिकारियों द्वारा आगामी होने वाली भर्तियों को प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से न करवाकर अन्य किसी संस्था से करवाने की बात रखी थी, जिसके चलते इनके तबादले प्रदेश सरकार द्वारा कर दिए गए।
3 सालों में स्कूल शिक्षा बोर्ड से बदले 9 सचिव
उन्होंने आरोप लगाया कि भर्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए बैंकों की भर्तियां बैंक परीक्षा संस्थानों से करवाई जाती हैं ताकि पारदर्शिता रहे लेकिन के.सी.सी. बैंक द्वारा लगातार दूसरी बार यह परीक्षा स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा करवाई जा रही है, जिससे साफ पता चलता है कि अपने चहेतों को नौकरियां देने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन दोनों अधिकारियों द्वारा इन परीक्षाओं को न करवाने का खमियाजा इनके तबादले करके भुगतना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा क्या बोर्ड में गलत हो रहा है कि 3 सालों में लगभग प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से 9 सचिव बदल दिए गए। उन्होंने कहा कि इसमें हो न हो, कुछ न कुछ गड़बड़झाला है।
रिश्वत कांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ हो कार्रवाई
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा राज्यपाल को सौंपी गई चार्जशीट में भी यह मामला उठाया गया था और जैसे ही भाजपा की सरकार सत्तासीन होती है तो इस मामले की गंभीरता से जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में उद्योग विभाग का अधिकारी रिश्वत लेने के मामले में सी.बी.आई. द्वारा पकड़ा गया है, इसकी जांच होनी चाहिए तथा जो-जो व्यक्ति इसमें संलिप्त हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।