Edited By Vijay, Updated: 30 Jun, 2024 02:35 PM
![kaithlighat dhali fourlane](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_14_34_504341709fourlane-ll.jpg)
कैथलीघाट से ढली फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है लेकिन कंपनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कंपनी द्वारा जो ढंगे लगाए जा रहे हैं वे मानसून की पहली ही बारिश में गिर गए हैं....
शिमला (योगराज): कैथलीघाट से ढली फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है लेकिन कंपनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कंपनी द्वारा जो ढंगे लगाए जा रहे हैं वे मानसून की पहली ही बारिश में गिर गए हैं, जिससे लोगों के खेतों में मलबा पहुंच रहा है और लोगों के घरों को भी खतरा मंडराने लगा है। कंपनी द्वारा निर्माण कार्य से निकलने वाले मलबे को भी जगह-जगह अवैध रूप से डंप किया जा रहा है जो कभी भी कहर बरसा सकता है। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने फोरलेन कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं बीते शनिवार को इस संदर्भ में मल्याणा में धरना प्रदर्शन भी किया गया है।
...तो उग्र आंदोलन शुरू करेंगे ग्रामीण
स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन निर्माण में उनकी जमीनें गईं हैं। वे फोरलेन बनने के विरोध में नही हैं लेकिन कम्पनी मनमर्जी से काम कर रही है और मलबे को हर कही डंप किया जा रहा है। जो डंगे लगाए जा रहे हैं वो भी धंस गए हैं और कभी भी गिर सकते हैं, जिससे भवनों को भी खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के खिलाफ ढली थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। जिला प्रशासन से लेकर सरकार को कंपनी की मनमर्जी पर रोक लगाने की मांग की गई लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य सही से हो और मलबा चिन्हित स्थानों पर ही डाला जाए। यदि कंपनी का यही रवैया रहा तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा, साथ ही फोरलेन निर्माण कार्य नहीं करने दिया जाएगा।
अनियमितताएं बरतने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : अनिरुद्ध सिंह
वहीं ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कैथलीघाट से ढली फोरलेन का काम चला हुआ है, जिसमें कई अनियमतताएं बरती जा रही हैं। बिना अनुमति के काम किया जा रहा है। अभी सैकेंड स्टेज की परमिशन नहीं आई है। मलबा वैज्ञानिक तरीके से डंप नहीं किया जा रहा है। फोरैस्ट एरिया में मलबा डंप किया जा रहा है। इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अलावा उपायुक्त और संबंधित अधिकारियों से भी बात की गई है। जो भी अधिकारी अनियमितताओं में शामिल होंगे उन पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here