Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Sep, 2017 01:17 AM
ठाकुरद्वारा चौक से रेलवे के अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई से अब कांगड़ा से लेकर बैजनाथ तक के कब्जाधारियों के होश उड़ गए हैं।
पालमपुर: ठाकुरद्वारा चौक से रेलवे के अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई से अब कांगड़ा से लेकर बैजनाथ तक के कब्जाधारियों के होश उड़ गए हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कई पीढिय़ों से इस रेल ट्रैक के बनने से पहले इसके किनारे बसे हैं। हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद रेलवे के ट्रैक पर 2038 से अधिक परिवार इस कार्रवाई से प्रभावित होंगे। बहुत से कब्जाधारियों का कहना है कि उन्होंने रेलवे ट्रैक निकलने से पहले (वर्ष 1929 से पूर्व) अपने घर बनाए हुए थे तथा ऐसे में उन्हें अपने आशियाने से वंचित करना भी बहुत बड़ा अन्याय है। ठाकुरद्वारा में अवैध दुकानों पर पीला पंजा चलने पर उन दुकानदारों की आंखें आंसुओं से भर आईं जो कई वर्षों से अपनी रोजी-रोटी कमा रहे थे।
भवनों के गिराने में खर्च हुई राशि का बयौरा प्रभावितों को सौंपा
वहीं एस.डी.ओ. विजय वर्मा का कहना है कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार अवैध कब्जों को तुड़वाया गया है और विभाग ने भवनों के गिराने में खर्च हुई राशि का आकलन निकालकर प्रभावित दुकानदारों को सौंप दिया है। एस.डी.एम. बलवान चंद के अनुसार उच्च न्यायालय के आदेशों अनुसार प्रशासन ने ठाकुरद्वारा में अवैध दुकानों को हटाने की कार्रवाई की है। यदि आगे भी उच्च न्यायालय आदेश देता है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।