Edited By Vijay, Updated: 12 Jul, 2019 05:40 PM
हिमाचल सरकार पानी की समस्या से निपटने के लिए 6 मुख्य बिंदुओं पर काम करने जा रही है, जिसमें हर घर को नल का प्रावधान, हर खेत को जल का प्रावधान, हर नाले-खड्ड को प्रदूषण मुक्त करने का प्रावधान, जल संग्रहण, सभी टैंकों, कुओं, बावडिय़ों की सफ़ाई, हर घर को...
शिमला (योगराज): हिमाचल सरकार पानी की समस्या से निपटने के लिए 6 मुख्य बिंदुओं पर काम करने जा रही है, जिसमें हर घर को नल का प्रावधान, हर खेत को जल का प्रावधान, हर नाले-खड्ड को प्रदूषण मुक्त करने का प्रावधान, जल संग्रहण, सभी टैंकों, कुओं, बावडिय़ों की सफ़ाई, हर घर को सीवरेज से जोड़ना जैसी योजनाओं को शामिल किया जाएगा। उठाऊ पेयजल योजनाओं को भी जमीन से ऊपर बनाएंगे ताकि जमीन के नीचे होने वाली लीकेज रोकी जा सके।
शिमला में लगेगा पहला सीवरेज रिसाइक्लिंग प्लांट
शिमला में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने पत्रकार वार्ता में बताया कि विभाग सीवरेज के पानी को रिसाइक्लिंग कर फसलों की सिंचाई के लिए उपयोग में लाने के लिए काम कर रहा है और शिमला से इसकी शुरूआत की जाएगी, साथ ही स्नो हार्वेस्टिंग को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रदेश में खराब पड़े हैंडपंप हटाए जाएंगे
मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब हैंडपंप नहीं लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थापित 40 हजार हैंडपंप में से जो खराब पड़े हैं उनको भी हटाया जाएगा ताकि घटते भूजलस्तर को ठीक किया जा सके। इसके लिए विदेश से पैसा आया हुआ है। उन्होंने कहा कि ए.डी.बी. से 17 परियोजनाओं के लिए 70 करोड़ की राशि प्रदेश को मिली है।