Edited By prashant sharma, Updated: 31 Oct, 2020 03:50 PM
देश भर में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है।
शिमला (योगराज) : देश भर में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रिज मैदान स्थित इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की और सरदार पटेल की 145वीं जयंती पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुए व पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलाई। आज महाऋषि वाल्मीकि जयंती भी मनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पटेल की जयन्ती, पूर्व प्रधानमंत्री स्व इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि के साथ वाल्मीकि जयंती भी है। इन तीनों महान विभूतियों को स्मरण करने का दिन है। उनके विचारों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का अवसर भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी ने आतंकवाद के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी व अपने जीवन का बलिदान राष्ट्र के लिए दे दिया। लौहपुरुष बल्लभभाई पटेल देश के गृह मंत्री रहे जिन्होंने अलग-अलग रियासतों को एक साथ जोड़ने का कठिन काम किया। पटेल ने भारत की 562 से ज्यादा रियासतों को एकसूत्र में बांधा।
स्वतंत्र भारत को सुदृढ़ करने में बल्लभ भाई पटेल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके योगदान को प्रधानमंत्री मोदी ने समझा और गुजरात में पटेल की भव्य मूर्ति बनवाई जिसमे देश के सभी किसानों ने अपना योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में बांधने के लिए जो काम किया उसको देखते हुए मोदी सरकार ने पटेल की जयन्ती एकता दिवस के रूप के मनाने का निर्णय लिया। तब से आज के दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप मनाया जा रहा है।