Edited By prashant sharma, Updated: 10 Aug, 2021 11:59 AM
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के कनलोग में एक तेंदुआ 8 साल की बच्ची को उठा ले गया था। अगले दिन लंगल में बच्ची का शव बरामद हुआ था। घटना के बाद से ही क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। अब इस मामले में हिमाचल प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने...
शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के कनलोग में एक तेंदुआ 8 साल की बच्ची को उठा ले गया था। अगले दिन लंगल में बच्ची का शव बरामद हुआ था। घटना के बाद से ही क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। अब इस मामले में हिमाचल प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान ले लिया है। आयोग ने इस घटना को प्रथम दृष्टया मानवाधिकार एक्ट 1993 का उल्लंघन माना है। साथ ही इस मामले में डीएफओ वन्यजीव शिमला से रिपोर्ट तलब कर ली है। मामले में अगली सुनवाई 27 अगस्त को निर्धारित की गई है। उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले कनलोग में एक 8 वर्षीय बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया था। अगले उस उस बच्ची का सिर पास के जंगल में बरामद हुआ। इस मामले में अभी तक वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए कैमरे और पिंजरे लगाए, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। इस घटना के बाद से आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। स्थिति यह है कि शाम ढलते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं और जरूरत होने पर भी रात में घर से निकलने से बच रहे हैं।