Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Mar, 2018 01:57 PM
कुछ कर गुजरने की चाह हो तो मंजिलें मिल ही जाया करती हैं। इस बात को साबित करके दिखाया है मंडी के अभय शर्मा ने। सन्यारडी के रहने वाले अभय शर्मा ने गेट की परीक्षा में देश भर में तीसरा स्थान हासिल करके इस बात का परिचय दिया कि मेहनत किसी की मोहताज नहीं...
मंडी (नीरज): कुछ कर गुजरने की चाह हो तो मंजिलें मिल ही जाया करती हैं। इस बात को साबित करके दिखाया है मंडी के अभय शर्मा ने। सन्यारडी के रहने वाले अभय शर्मा ने गेट की परीक्षा में देश भर में तीसरा स्थान हासिल करके इस बात का परिचय दिया कि मेहनत किसी की मोहताज नहीं होती। मात्र 3 वर्ष की आयु में पिता हूताशण शर्मा का देहांत हो गया। माता नूतन शर्मा ने अपने बेटे को अच्छी परवरिश देने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
अभय की 12वीं तक की पढ़ाई करसोग के एक प्राइवेट स्कूल से हुई। इसके बाद अभयन का चयन एनआईटी हमीरपुर के लिए हुआ, जहां से उसने कैमिकल इंजीनियरिंग की। 2017 में भी अभय ने ग्रेजुएट एप्टीच्यूड टेस्ट दिया और 551वां रैंक हासिल किया। इस रैंक में वो सपना साकार नहीं होना था जो अभय देख रहा था। इसलिए अभय दिल्ली चला गया और गेट की अगली परीक्षा की कोचिंग लेकर तैयारी शुरू कर दी।
दूसरी बार दी गई परीक्षा में अभय ने पूरे देश में तीसरा स्थान हासिल किया। अभय अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपनी माता, गुरूजनों और दोस्तों को देता है। वह अब इंडियन ऑयल में जॉब करना चाहता है और इसके लिए उसने अप्लाई भी कर दिया है। अभय के अंदर आगे बढ़ने की ललक है और यही कारण है कि वह पब्लिक सेक्टर में काम करना चाहता है। अभय की इस कामयाबी से परिवार के लोगों में तो खुशी का माहौल है ही साथ ही इलाके के लोग भी इस पर गर्व महसूस कर रहे हैं।