Edited By Punjab Kesari, Updated: 31 Oct, 2017 11:45 PM
शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव की शिमला शहरी सीट में द्विपक्षीय मुकाबला होगा। कांग्रेस जहां हरभजन भज्जी पर अपना भरोसा जताया है, वहीं बीजेपी के दो बार विधायक रहे सुरेश को तीसरी बार भी राजनीतिक दंगल में उतारा है।
शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव की शिमला शहरी सीट में द्विपक्षीय मुकाबला होगा। कांग्रेस जहां हरभजन भज्जी पर अपना भरोसा जताया है, वहीं बीजेपी के दो बार विधायक रहे सुरेश को तीसरी बार भी राजनीतिक दंगल में उतारा है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी रहे सुरेश भारद्वाज ने हरीश को महज 628 मतों से मात दी थी। इस बारे में जब लोगों की बात की गई तो उन्होंने बताया कि शिमला शहर में पानी कि किल्लत कई सालों से चली आ रही है। दूसरी ओर टूरिस्ट क्षेत्र होने के कारण यहां अक्सर ट्रैफिक जाम की समस्या व पार्किग की समस्या बनी रहती है।
मतदाताओं का कहना है कि यहां पानी व पार्किंग की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। मतदाताओं का कहना है कि शिमला में टूरिज्म डेवलप करने के प्रयास किए जाने चाहिए। वहीं शौचालयों में भी सफाई व्यवस्था पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इस बारे हरभजन भज्जी से बात की गई तो उन्होंने संवाददाता को बताया कि इस हल्के में काफी समस्याएं हैं। भज्जी ने बताया कि वे वर्ष1985 में पहली बार विधायक चुनकर आये थे। उन्होंने कहा कि जनसंख्या बढऩे के साथ शिमला में समस्याओं का हल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, वर्ष 1986 में पहली बार कॉर्पोेरशन के आदर्श कुमार महापौर बने। इस दौरान भज्जी ने बताया कि शिमला वासियों की प्यास हमेशा के लिए बुझाना चाहते हैं, अगर जनता उन्हें जीताती है तो यहां पानी की समस्या को दूर करेंगे।
वहीं बीजेपी की प्रत्याशी सुरेश भारद्वाज ने शिमला में पानी की किल्लत होने की बात कबूली और कहा, जो समस्या रही है उसे दूर कर दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार जमानत पर चलने वाली सरकार रही है। हिमाचल पांच सालों में माफिया राज रहा है। उन्होंने कहा, शिमला का रिपन अस्पताल को भाजपा सरकार नेबजट दिया। सियासी सरगर्मी में लोग उम्मीदों को पूरा करवाने के लिए दोनों ही दलों की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं।