Edited By Punjab Kesari, Updated: 31 Jul, 2017 01:14 AM
लाहौल-स्पीति में देश की सरहदों की रक्षा करने वाली सेना से पुलिस द्वारा रिश्वत लेने के कथित मामले के बाद लाहौल-स्पीति के लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं।
कुल्लू/मनाली: लाहौल-स्पीति में देश की सरहदों की रक्षा करने वाली सेना से पुलिस द्वारा रिश्वत लेने के कथित मामले के बाद लाहौल-स्पीति के लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। लाहौल-स्पीति के स्पीति इलाके में चीन की सीमा लगती है। चीन के वैसे ही भारत के साथ संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। बात-बात पर फुंकार रहे ड्रैगन से भारत को बराबर खतरा बना हुआ है, ऐसे में चीन की ही सीमा से सटे भारतीय इलाके में सेना से रिश्वत लिए जाने का कथित मामला प्रकाश में आना शर्मनाक है। हालांकि रिश्वत कांड में 18 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड व लाइन हाजिर किए जाने के साथ 4 होमगार्ड जवानों को भी लाइन हाजिर किया गया है।
लोगों में है यह चर्चा
लोगों में चर्चा है कि सेना से रिश्वत लेने वाले दुश्मनों के सामने भी चंद सिक्कों के लिए बिक सकते हैं। लाहौल-स्पीति में चीन की सीमा पर सेना तैनात है साथ ही लेह-लद्दाख के लिए भी लाहौल-स्पीति से होकर ही गुजरना पड़ता है। कारगिल युद्ध के दौरान भी पाकिस्तान ने कश्मीर को लेह-लद्दाख से जोडऩे वाली सड़क पर कब्जा करने की कोशिश की थी। पाक का मकसद इस सड़क को कब्जे में लेकर लेह-लद्दाख को अलग करना था लेकिन सेना ने ऐन मौके पर जवाब देकर पाक के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया था। अब लाहौल-स्पीति में सैन्य वाहनों को आगे भेजने की एवज में वसूली के मामले ने सबको हिलाकर रख दिया है। इसी वर्ष मई महीने में स्पीति में एक बांगलादेशी पकड़ा गया था।
लाहौल-स्पीति से लगती है जम्मू-कश्मीर की सीमा
ड्रैगन ही नहीं बल्कि लाहौल-स्पीति से आतंकवाद प्रभावित भारत के ही राज्य जम्मू-कश्मीर की भी सीमा लगती है। सरचू में दोनों राज्यों के बीच सीमा को लेकर विवाद भी हर साल होता रहता है। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश से लाई चंदन की बड़ी खेप का चीन को होने वाली तस्करी के मामले का भी स्पीति में खुलासा हुआ था तथा सारी खेप को पकड़ लिया गया था। इतना कुछ होने के बावजूद लाहौल-स्पीति में सेना से वसूली का पर्दाफाश हुआ है, ऐसे में घाटी के लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। लोगों का तर्क है कि जब सेना से ही वसूली हो रही है तो आतंकवादियों को भी ऐसे में पैसे लेकर भारत की सीमा में घुसने दिया जा सकता है।
एस.पी. गौरव की दबंग कार्रवाई को सराहा
लाहौल-स्पीति जिला के लोट निवासी सेना से सेवानिवृत राम लाल, मडग्रां निवासी सुखदयाल, खंगसर के श्याम लाल के अलावा शमशेर सिंह, किशन, राम सिंह, रोशन लाल सहित अन्य लोगों ने कहा कि सेना से वसूली मामले ने पुलिस की वर्दी को दागदार कर दिया है, ऐसे में पुलिस के ऊपर से लोगों का भरोसा उठ सा गया है। इन लोगों ने एस.पी. गौरव सिंह की दबंग कार्रवाई को सराहा। उन्होंने कहा कि देश के संवेदनशीन इलाकों में गौरव सिंह की तरह दबंग, ईमानदार पुलिस अधिकारियों की तैनाती होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एस.पी.ने लंबे समय से चले आ रहे घिनौने खेल पर घाटी में कदम रखते ही चोट की, जो काबिलेतारीफ है।