Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Jun, 2017 02:55 PM
गर्मियां आने से पहले ही आई.पी.एच. विभाग के सभी सर्कल प्रभारी पेयजल टैंकों की सफाई तो कर ...
नादौन : गर्मियां आने से पहले ही आई.पी.एच. विभाग के सभी सर्कल प्रभारी पेयजल टैंकों की सफाई तो कर देते हैं परंतु बाद में पेयजल आपूर्ति ही नहीं हो पाती, जिस कारण लोगों को प्राकृतिक जल स्रोतों पर निर्भर होना पड़ता है। लोगों को मटमैला पानी प्रयोग में लाना पड़ रहा है। सबसे बुरी हालत तो नादौन नगर पंचायत की है। ब्यास नदी में पानी लबालब है तथा ब्यास नदी के किनारे ही पेयजल स्कीम है परंतु फिर भी नगर पंचायत के सातों वार्ड प्यासे रहते हैं। नादौन अस्पताल में पीने का पानी तो सही है परंतु जब कभी पेयजल सप्लाई बाधित रहती है तो मरीजों और तीमारदारों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। नादौन बस अड्डे पर समाजसेवी द्वारा लगाया गया वाटर कूलर है परंतु पानी की कमी के कारण यह सूखा ही रहता है। नगर पंचायत ने अपनी ओर से यात्रियों और लोगों के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं कर रखी है।