Edited By kirti, Updated: 01 May, 2018 02:21 PM
तीन दिनों की सार्वजनिक छुट्टियों के दौर में सोमवार को मैडीकल कालेज अस्पताल चम्बा के आपात कालीन कक्ष में रोगियों की इतनी अधिक भीड़ रही कि यहां तैनात चिकित्सक व पैरामैडीकल स्टाफ को भारी काम के बौझ का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ा। शाम करीब 5 बजे...
चम्बा : तीन दिनों की सार्वजनिक छुट्टियों के दौर में सोमवार को मैडीकल कालेज अस्पताल चम्बा के आपात कालीन कक्ष में रोगियों की इतनी अधिक भीड़ रही कि यहां तैनात चिकित्सक व पैरामैडीकल स्टाफ को भारी काम के बौझ का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ा। शाम करीब 5 बजे तक इस कक्ष में 300 से अधिक रोगी आकर अपने स्वास्थ्य की जांच करवा चुके थे। काम के इस बौझ के चलते यहां तैनात होने वाले स्टाफ के साथ-साथ यहां स्वास्थ्य की जांच करवाने के लिए आने वाले रोगियों को भी अपनी बारी आने का इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
चिंता की बात यह है?
इस स्थिति के बीच चार मंजिला अस्पताल में भर्ती करीब 200 रोगियों में से किसी को अधिक तकलीफ होती तो आपातकालीन कक्ष में तैनात चिकित्सक को वार्ड में जाकर भी अपनी सेवाएं देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था। हालांकि अधिक गंभीर मामला होने से संबन्धित चिकित्सक को कॉल करके बुलाया जा रहा था लेकिन चिंता की बात यह है कि आखिर इस प्रकार की व्यवस्था क्यों नहीं होती कि सार्वजनिक छुट्टी के दिन कम से कम आपातकालीन कक्ष में दो से तीन चिकित्सक एक समय में डय़ूटी दे तो साथ ही पैरामैडीकल स्टाफ की संख्या बढ़ाई जाए। इस व्यवस्था के होने से जहां स्टाफ को राहत मिलेगी तो साथ ही रोगियों को भी अपनी बारी आने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।