Edited By Updated: 26 Feb, 2017 09:44 PM
हिमाचल प्रदेश के शीत रेगिस्तान स्पीति की खूबसूरत पहाडिय़ों में ट्रैकरों के मार्गदर्शक कहे जाने वाले रैंचो नामक स्नो लैपर्ड की मौत हो गई है।
मनाली: हिमाचल प्रदेश के शीत रेगिस्तान स्पीति की खूबसूरत पहाडिय़ों में ट्रैकरों के मार्गदर्शक कहे जाने वाले रैंचो नामक स्नो लैपर्ड की मौत हो गई है। वन्य प्राणी विभाग ने इसे नैचुरल डैथ बताया है लेकिन स्पीति घाटी के ट्रैकर इस घटना से दुखी हैं। ट्रैकरों का कहना है कि वे उसे रैंचो के नाम से पुकारते थे और स्नो लैपर्ड भी उनके साथ घुल-मिल जाता था। कई बार रास्ता भटकने पर रैंचो की मदद से ही सही दिशा में चल पड़ते थे। पिछले कुछ समय से दर्जन भर स्नो लैपर्ड का झुंड स्पीति की वादियों में दिख रहा है, जिसके चलते यह दुर्लभ प्रजाति स्थानीय लोगों और सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है।
काफी समय से बीमार चल रहा था रैंचो
वन्य प्राणियों से बेहद प्रेम करने और उनके विषय में अध्ययन करने वाले कोलकाता के अंशुमन दुबे का कहना है कि वह स्नो लैपर्ड की झलक पाने को स्पीति में एक महीना रुके थे। उन्होंने बताया कि उनका भी उस वक्त रैंचो से मिलना हुआ था। वन्य प्राणी विभाग स्पीति के आर.ओ. देवेंद्र चौहान ने बताया कि यह स्नो लैपर्ड बुजुर्ग था और काफी समय से बीमार चल रहा था। उन्होंने बताया कि वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है।