Edited By prashant sharma, Updated: 05 Jun, 2021 03:47 PM
कोरोना महामारी में छवि सुधारने लगी जयराम सरकार पर विधायक राजेंद्र राणा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि इस सरकार को सामाजिक सरोकारों से कोई मतलब नहीं है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की बजाय अब अपनी छवि सुधारने के लिए सरकार प्राइवेट...
हमीरपुर : कोरोना महामारी में छवि सुधारने लगी जयराम सरकार पर विधायक राजेंद्र राणा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि इस सरकार को सामाजिक सरोकारों से कोई मतलब नहीं है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की बजाय अब अपनी छवि सुधारने के लिए सरकार प्राइवेट एजेंसियां हायर कर रही है। जारी प्रैस विज्ञप्ति में विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकार को इस संकट की घड़ी में भी अपनी फिक्र है। मानवता के नाम पर केवल अपना प्रचार-प्रसार रह गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि लाखों-करोड़ों रूपए खर्च कर सरकार अगर अपनी छवि सुधारने को निजी एजेंसियां जनता के पैसे पर लेना चाहती है तो फिर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की क्या भूमिका है। क्या इस अहम सरकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से सरकार को कोई आपत्ति है या फिर वे अपना काम सही ढंग से नहीं कर पा रहे हैं, सरकार अपनी मंशा स्पष्ट करे। सरकार यह भी बताए कि जनता के पैसे का दुरुपयोग जनता तक ही पहुंचाने के लिए क्यों इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने चिंता जाहिर की कि लोग इस समय बुरे दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन सरकार को अपनी चिंता सता रही है। असलियत में सरकार की कोई नीति नहीं है, नीयत पहले ही जगजाहिर है और कोई फैसला लेने में सरकार बुरी तरह असफल रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत पहले ही ठीक होती तो ऐसे ढकोसलों की जरूरत नहीं थी। फिर भी सरकार व उनके नुमांइदे गांव-गांव में जाकर काम करें और लोगों का दुख-दर्द समझें तो एजेंसियों की जरूरत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से सीख लेनी चाहिए, जोकि बिना भेदभाव कर अपनत्व के चलते हर व्यक्ति का दुख-सुख बांट रहे हैं। यही कांग्रेस की रीत है और हमेशा रहेगी।