Edited By Vijay, Updated: 31 Aug, 2018 04:05 PM
गिरि नदी के किनारे सोलन और सिरमौर सीमा पर स्थित वैटर्नरी फार्मासिस्ट प्रशिक्षण संस्थान मरयोग से सरकार ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। पशुपालन मंत्री ने विधानसभा में इस संस्थान की मान्यता रद्द करने के संकेत दिए हैं।
राजगढ़: गिरि नदी के किनारे सोलन और सिरमौर सीमा पर स्थित वैटर्नरी फार्मासिस्ट प्रशिक्षण संस्थान मरयोग से सरकार ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। पशुपालन मंत्री ने विधानसभा में इस संस्थान की मान्यता रद्द करने के संकेत दिए हैं। मंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस संस्थान को लंबे अरसे से सोलन की दुधारू पशु सुधार सभा चला रही थी। गऊसदन में गऊओं के मरने के बाद मामले को तूल पकड़ते देख पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने खुद मौके का निरीक्षण कर जांच बिठाई थी।
मंत्री बोले-जांच रिपोर्ट का इंतजार
मंत्री ने कहा कि जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, साथ ही संकेत दिए हैं कि दोषियों के खिलाफ गऊ हत्या का मामला भी दर्ज किया जा सकता है। इस संस्थान को संचालित करने वाली संस्था के अध्यक्ष मोहन मेहता पहले ही सरकार पर इस संस्थान के साथ राजनीतिक भेदभाव करने का आरोप लगा चुके हैं और वह इससे खफ ा होकर अपने पद से त्याग पत्र देने का ऐलान कर चुके हैं।