Edited By Vijay, Updated: 23 Jan, 2020 09:53 PM
विश्व प्रसिद्ध प्राचीन सिद्ध पीठ मां बगलामुखी देवी के दरबार में जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं बीजेपी नेता निर्मल सिंह अपनी पत्नी ममता सिंह सहित देर शाम पहुंचे। मंदिर में पहुंचने के बाद निर्मल सिंह और उनकी पत्नी ममता सिंह को मंदिर के महंत...
बनखंडी (राजीव शर्मा): विश्व प्रसिद्ध प्राचीन सिद्ध पीठ मां बगलामुखी देवी के दरबार में जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं बीजेपी नेता निर्मल सिंह अपनी पत्नी ममता सिंह सहित देर शाम पहुंचे। मंदिर में पहुंचने के बाद निर्मल सिंह और उनकी पत्नी ममता सिंह को मंदिर के महंत रजत गिरी के आदेशानुसार ब्राह्मणों ने मां बगलामुखी देवी जी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करवाई गई। मंदिर में मां के दर्शन बाद उक्त नेता ने देश की शांति के लिए हवन यज्ञ भी करवाया।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन पर मां बगलामुखी हमेशा ही कृपा रही है। उन्होंने कहा कि वह मां से जम्मू-कश्मीर व पूरे भारत में शांति के लिए प्राथना करने आए हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी ताकतें पाकिस्तान की शह पर गलत गतिविधियां करती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अति महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। चाहे वो सीएए हो या धारा 370, 35ए हटाना हो, ट्रिपल तलाक, राम मंदिर के सारे काम मोदी सरकार ने किए हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष आज अपने आप को असहाय मान रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाने में हिम्मत दिखाई है। इसके जरिए देशवासियों का दिल भी जीत लिया है। पहले सत्ता में काबिज रहीं सरकारें सिर्फ बोलने तक सीमित थीं। अनुच्छेद 370 से अलगाववाद को भी बढ़ावा मिल रहा था।
उन्होंने कहा कि शेख अब्दुल्ला ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से अपनी शर्तों को मनवाया था। उस समय भी यह हट सकता था। विधानसभा से सिफारिश की जानी थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। अलगाववादी सोच के चलते जम्मू-कश्मीर में देश का संविधान लागू नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष देश के नौजवानों को हिंदू-मुस्लिम के प्रश्न में उलझा रहा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल की कामना की। इस मौके पर महंतमाता राजकुमारी ने उन्हें मां का सिरोपा भेंट किया।