Edited By Ekta, Updated: 01 Nov, 2018 09:29 AM
गोबिंदसागर झील में जहां पर पहले रिकार्ड मछली उत्पादन होता था, वहीं पर अब उसी झील में मछली के उत्पादन में प्रति वर्ष कमी आने से मछुआरों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है। इस मुद्दे को लेकर मत्स्य विभाग के मंत्री वीरेंद्र कंवर एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने...
बंगाणा (शर्मा): गोबिंदसागर झील में जहां पर पहले रिकार्ड मछली उत्पादन होता था, वहीं पर अब उसी झील में मछली के उत्पादन में प्रति वर्ष कमी आने से मछुआरों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है। इस मुद्दे को लेकर मत्स्य विभाग के मंत्री वीरेंद्र कंवर एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि गोबिंदसागर झील में मछली का उत्पादन कम कैसे हुआ, इसकी बाकायदा जांच करवाई जाएगी।
थानाकलां में मत्स्य सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद झील में मछली उत्पादन में कमी आने की रिपोर्ट मिली थी। झील में मछली के उत्पादन में कमी आने पर मत्स्य मंत्री के एक्शन से संबंधित विभाग में हड़कंप मच गया है। कंवर ने कहा कि पूर्व में गोबिंदसागर झील में डाले गए घटिया किस्म के मछली बीज की एजैंसी से जांच करवाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि घाटे में चल रहीं मत्स्य सहकारी सभाओं को आर्थिक बदहाली से उबारने के लिए सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।