Edited By Vijay, Updated: 12 Jan, 2024 11:40 PM
नकली दवाइयां बनाने का मामला सुर्खियों में आने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया। शुक्रवार को पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग और राजस्व विभाग ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। इस दौरान न केवल बसोली गांव में छापामारी की गई बल्कि मैहतपुर...
ऊना (विशाल): नकली दवाइयां बनाने का मामला सुर्खियों में आने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया। शुक्रवार को पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग और राजस्व विभाग ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। इस दौरान न केवल बसोली गांव में छापामारी की गई बल्कि मैहतपुर इंडस्ट्रीयल एरिया में भी छापामारी करते हुए जांच पड़ताल की गई। टीमों ने मुख्य आरोपी के घर से दवाइयां बनाने वाली 2 मशीनें जब्त की हैं तो वहीं उसके द्वारा बसोली और चताड़ा रोड पर खरीदी गई एक प्रॉपर्टी में बनाए गए टैंक से दवाइयों के स्ट्रिप रोल भी बड़ी मात्रा में बरामद किए हैं। खेतों में दवाइयों को जलाया भी गया है, जिसमें बरामद हुई शेष दवाइयों को कब्जे में लिया गया है। दवाइयों को फोरैंसिक लैब जांच के लिए भेजा जाएगा। आयुष विभाग के ड्रग इंस्पैक्टर परमजीत नंदा और स्वास्थ्य विभाग के ड्रग इंस्पैक्टर के अनुसार रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की जाएगी और जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
यूपी निवासी है कारोबारी
इन नकली दवाइयों का कारोबार करने वाला उत्तर प्रदेश का निवासी बताया जा रहा है जोकि कई वर्षों से बसोली में रह रहा है और एक स्कूल भी चला रहा है। कई साल पहले वह यहां पर निजी मेडिकल प्रैक्टिशनर के तौर पर भी काम करता रहा जबकि उसके बाद उसने एक निजी स्कूल भी खोल लिया। अब यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि क्या इन दवाइयों की मैन्युफैक्चरिंग इसी जगह पर होती थी या किसी अन्य स्थान पर। अभी तक इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड व्यक्ति पुलिस के हाथ नहीं लगा है। उसकी धरपकड़ के लिए भी अभियान तेज कर दिया गया है।
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