Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Dec, 2017 04:51 PM
9 नवंबर को ई.वी.एम. के माध्यम से चम्बा के लोगों ने जो अपना मत दिया था, उसका सोमवार को मतगणना के माध्यम से जब खुलासा हुआ तो बड़े-बड़े दिग्गजों के पांव तले जमीन निकल गई तो वहीं 2 प्रत्याशियों ने पिछले चुनावों में मिली अपनी हार का बदला लेकर अपनी हिसाब...
चंबा (विनोद): 9 नवंबर को ई.वी.एम. के माध्यम से चम्बा के लोगों ने जो अपना मत दिया था, उसका सोमवार को मतगणना के माध्यम से जब खुलासा हुआ तो बड़े-बड़े दिग्गजों के पांव तले जमीन निकल गई तो वहीं 2 प्रत्याशियों ने पिछले चुनावों में मिली अपनी हार का बदला लेकर अपनी हिसाब चुकता किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए खुशी व गम की स्थिति बनी
भाजपा जिलाध्यक्ष डी.एस. ठाकुर के लिए उस समय गंभीर स्थिति पैदा हो गई जब वह अपने चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस के हाथों हार गए लेकिन उनके नेतृत्व में लड़े गए इस चुनाव में भाजपा की झोली में 5 में से 4 सीटें आई हैं। ऐसे में अपनी पार्टी के सत्ता में आने के साथ जिला में शानदार जीत को लेकर वह खुशी मनाते या फिर अपनी हार का दुख मनाते, यह स्थिति उनके लिए बेहद विकट बनी हुई थी। यह बात और है कि उन्होंने अपनी पार्टी की इस जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि प्रदेश की जनता तथा जिला के मतदाताओं ने भाजपा के प्रति जो विश्वास व्यक्त किया है, उसके लिए वह उनके आभारी हैं तो दूसरी तरफ अपनी हार पर जिक्र करते हुए कहा कि शायद प्रचार-प्रसार में कुछ कमी रह गई, जिसके चलते इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा।
पिछली हार का लिया बदला
गौरतलब है कि वर्ष 2012 में आयोजित हुए प्रदेश विधानसभा चुनावों में जिया लाल ने पहली बार चुनाव मैदान में पदार्पण किया था लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी के हाथों उन्हें हार मिली थी। चम्बा से पवन नैय्यर ने वर्ष 2007 व 2012 में कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों बार उन्हें भाजपा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस बार पवन नैय्यर ने पाला बदलते हुए भाजपा की टिकट को अपने नाम किया तो साथ ही अबकी बार अपनी हार को विराम लगाते हुए जीत का खाता खोलने में कामयाबी हासिल की।