Edited By kirti, Updated: 16 Nov, 2019 11:56 AM
शिक्षा विभाग की लेटलतीफी का खमियाजा शिक्षा खंड द्रंग-1 के तहत आने वाली राजकीय प्राथमिक पाठशाला दारट-बगला के नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। जानकरी के अनुसार वर्ष 2013 में एस.एस.ए. द्वारा पाठशाला के 2 कमरों के निर्माण के लिए 4.90 लाख रुपए की राशि...
मंडी (ब्यूरो): शिक्षा विभाग की लेटलतीफी का खमियाजा शिक्षा खंड द्रंग-1 के तहत आने वाली राजकीय प्राथमिक पाठशाला दारट-बगला के नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। जानकरी के अनुसार वर्ष 2013 में एस.एस.ए. द्वारा पाठशाला के 2 कमरों के निर्माण के लिए 4.90 लाख रुपए की राशि जारी की गई थी, जिससे पाठशाला प्रबंधन ने 2 कमरों का निर्माण तो करवा दिया लेकिन निर्माण कार्य अधूरा ही पड़ा है। धन के अभाव के चलते न तो पाठशाला के नवनिर्मित कमरों की दीवारों पर पलस्तर हो पाया है और न ही खिड़कियां लग पाई हैं।
पाठशाला प्रबंधन द्वारा दोनों कमरों के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए शिक्षा अधिकारियों को कई मर्तबा अवगत करवाया गया लेकिन अभी तक अतिरिक्त बजट का प्रावधान नहीं हो पाया है। शिक्षा विभाग द्वारा बीते 6 वर्ष के बाद भी बजट जारी नहीं किया गया है, जिस कारण नौनिहाल ठंड में ठिठुरने को विवश हैं। बताते चलें कि निर्माणाधीन कमरों की छतों पर छज्जे भी नहीं हैं, जिसके चलते बारिश का पानी हवा के बहाव के साथ कमरों के अंदर तक आ जाता है। वर्तमान समय में दारटा बगला स्कूल में क्षेत्र के 37 नौनिहाल शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।