Edited By Updated: 27 Oct, 2016 05:32 PM
सोशल मीडिया से निकले चाइनीज सामान न खरीदने के संदेश का असर बाजार पर साफ नजर आ रहा है।
हमीरपुर (अरविंद्र सिंह): सोशल मीडिया से निकले चाइनीज सामान न खरीदने के संदेश का असर बाजार पर साफ नजर आ रहा है। पिछले साल तक मिट्टी के दीयों का जो बाजार सिमटता नजर आ रहा था, उसे संजीवनी मिलने लगी है। हमीरपुर में इस बार लोग अभी से दीये खरीदने लगे हैं। इससे दीये बेचने वालों के चेहरे खिल भी उठे हैं।
हमीरपुर बाजार में मिटटी से बनाए दीयों को बेच रही महिला ने बताया कि बाजार में मोमबत्ती या चाइनीज प्रोडक्ट के आने से ज्यादा फर्क तो नहीं पडा है लेकिन फिर भी कुछ लोग अब दीयों का कम प्रयोग कर रहे है। वहीं अन्य महिला ने बताया कि राम और सीता के चैदह साल के बनवास खत्म होने पर अयोध्या वापिस लौटने पर दीयों को जलाया गया था।
उन्होंने बताया कि नई पीढ़ी भी मिट्टी के दीपों को जलाने के लिए दिलचस्पी दिखा रहे है। इस दीवाली लोगों ने ड्रैगन का सिर कुचलने की पूरी तैयारी कर ली है। जहां व्यापारी चीनी सामान लाने से घबरा रहे हैं, वहीं लोग चीनी सामान लेने से इंकार कर रहे हैं। त्योहार की तैयारियों को अंतिम रूप देने के साथ ही लोग अपनी-अपनी खुशियों को सहेजने और संवारने में जुटे हैं। जबरदस्त खरीदारी से बाजार गुलज़ार हैं।