Edited By Vijay, Updated: 03 Apr, 2020 07:10 PM
हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के अंतर्गत आते नागरिक अस्पताल भोरंज में उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब उपमंडल भोरंज की ग्राम पंचायत लुद्दर महादेव के सैंकड़ों ग्रामीण उठाऊ पेयजल योजना का दूषित पानी पीने की वजह से पेट खराब होने एवं दस्त की शिकायत...
भोरंज (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के अंतर्गत आते नागरिक अस्पताल भोरंज में उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब उपमंडल भोरंज की ग्राम पंचायत लुद्दर महादेव के सैंकड़ों ग्रामीण उठाऊ पेयजल योजना का दूषित पानी पीने की वजह से पेट खराब होने एवं दस्त की शिकायत लेकर आ पहुंचे। कोविड-19 की तैयारियों में जुटे अस्पताल प्रशासन के भी इतनी ज्यादा संख्या में मरीजों के आने से हाथ-पांव फूल गए।
एक ही बिस्तर पर लिटाए गए 2-2 मरीज
इस दौरान अस्पताल में सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों को दरकिनार हुए दर्जनों की संख्या में अपना उपचार करवाने पहुंचे कुछेक ग्रामीणों को तो दवाई देकर घर भेज दिया गया लेकिन डायरिया रोग से गंभीर रूप से ग्रस्त लोगों, जिनकी संख्या 36 थी, उनको उपचार हेतु दाखिल कर लिया गया लेकिन बिस्तरों की कम संख्या होने की वजह से डाक्टरों को 1-1बैड पर 2-2 मरीजों को रखना पड़ा।
क्या कहते हैं बीएमओ भोरंज
बीएमओ भोरंज डा. ललित कालिया का कहना है कि लुद्दर महादेव पंचायत के लोगों द्वारा दूषित पानी पीने से अस्पताल में एक साथ डायरिया रोग के दर्जनों मरीज आ गए थे। मरीजों के साथ 1 या 2 तीमारदार आने की वजह से लोगों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई थी और अस्पताल में बिस्तरों की संख्या कम होने की वजह से एक बिस्तर पर 2-2 मरीजों को रखना उनकी मजबूरी थी। उपचाराधीन 43 रोगियों में से 7 लोगों को छुट्टी दे दी गई है व 36 उपचाराधीन हैं और सभी सामान्य हैं।