Edited By Kuldeep, Updated: 15 Jul, 2024 01:15 PM
सोमवार को लोग भोलेनाथ को खुश करने के लिए मन्दिर जाते हैं, पत्थर के नन्दी महाराज को भी पूजते हैं। लेकिन असली नंदी को पत्थर मारते हैं, उसके उपयोग के बाद सड़कों पर छोड़ देते हैं।
धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): सोमवार को लोग भोलेनाथ को खुश करने के लिए मन्दिर जाते हैं, पत्थर के नन्दी महाराज को भी पूजते हैं। लेकिन असली नंदी को पत्थर मारते हैं, उसके उपयोग के बाद सड़कों पर छोड़ देते हैं। स्मार्ट सिटी धर्मशाला, खनियारा रोड पर एक बैल न जाने कैसे खाने की तलाश में सड़क के पास लगती रेलींग के बीच में फंस गया। उस बैल का आधा हिस्सा सड़क पर तो अगला हिस्सा मौत के उस पार था। स्थानीय लोगों ने उसकी मदद करनी चाही लेकिन बैल लगभग 4 क्विंटल से भी भारी था, इसलिए उसे नहीं निकाल पाए। स्थानीय लोगों ने अग्निशमन विभाग को फोन पर बताया कि एक बैल यहां रेलिंग के बीच फंस गया है फिर अग्निशमन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। रैस्क्यू इतना असान नहीं था क्यूंकि बैल गुस्साया हुआ था। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों द्वारा 2 घंटों के रैस्क्यू के बाद बैल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।