Edited By Jyoti M, Updated: 20 Sep, 2024 12:45 PM
नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एन.एच.ए.आई.) द्वारा बनाए जा रहे फोरलेन के निर्माण पर सवाल उठ रहे हैं। सोलन बाईपास पर पुलिस लाइन के समीप सर्विस लेन में 9वीं बार बड़ी-बड़ी व गहरी दरारें देखी जा रही हैं।
सोलन, (ब्यूरो): नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एन.एच.ए.आई.) द्वारा बनाए जा रहे फोरलेन के निर्माण पर सवाल उठ रहे हैं। सोलन बाईपास पर पुलिस लाइन के समीप सर्विस लेन में 9वीं बार बड़ी-बड़ी व गहरी दरारें देखी जा रही हैं। 8 बार यहां सड़क को ठीक किया जा चुका है लेकिन फोरलेन पर अभी भी खतरा बरकरार है। सिंकिंग जोन होने के कारण यहां पर सड़क व डंगा बिना बारिश के ही भरभरा कर गिर जाता है। डंगा लगाने के बाद तो सर्विस लेन को बंद किया गया है और इस पर कोई वाहन भी नहीं गया, फिर भी दरारें बढ़ती ही जा रही हैं।
बता दें कि पहले भी कई बार पंजाब केसरी ने इस मामले को उठाया है। यहां पूरी जमीन धीरे-धीरे करके बैठ रही है और डंगा व सड़क हर बार ध्वस्त हो रहा है। एन.एच.ए.आई. हर बार यहां लीपापोती करके ठीक तो कर देती है लेकिन कुछ दिनों बाद यह फिर से धंसना शुरू हो जाता है। इससे कथेड़ के स्थानीय लोग भी परेशान हो चुके हैं। लोग कई बार प्रशासन व एन.एच.ए. आई. को यहां आ रही समस्या से अवगत करवा चुके हैं।
लोगों का कहना है कि यहां की जमीन सिंकिंग जोन में आती है। जमीन के नीचे पानी होने से यह धीरे-धीरे बैठती जाती है। इसके चलते यहां एन.एच.ए.आई. के इंजीनियरों की सारी तकनीकें फेल हो चुकी हैं। गौर हो कि हाईवे के ठीक नीचे से न्यू कथेड़ को जा रही सड़क भी कई बार धंस चुकी है व डंगे गिरने से कई बार बंद हो चुकी। एन.एच.ए.आई. ने ही इस सड़क को भी दोबारा बनाया था। इसके अलावा इसके ठीक नीचे ग्रामवासियों का मंदिर था जो निर्माण कार्य के दौरान टूट गया था।
एन.एच.ए.आई. ने ग्रामीणों के लिए इससे थोड़ा-सा आगे दूसरे स्थान पर मंदिर बना दिया लेकिन अब जमीन धंसने के कारण मंदिर के साथ बना कमरा तो टूट चुका है, मंदिर में भी दरारें आ चुकी हैं। इससे पहले कई बार यहां डंगा लगाया गया है व सड़क को भी ठीक किया गया है। कुछ समय पहले यहां डंगा व सड़क करीब 5 फुट नीचे तक धंस गई थी, डंगा फूल गया था और इसमें दरारें आई थी।
उस समय एन.एच.ए.आई. ने यहां नया डंगा या नई तकनीक अपनाने के स्थान पर उसी धंसे हुए डंगे पर दूसरा डंगा लगा दिया। सड़क की दरारों को भी सीमैंट से भर दिया गया था। इसके बाद यहां वाहन भी नहीं जा रहे हैं, फिर भी दरारें बढ़ती जा रही हैं। यही नहीं सर्विस लेन के साथ लगती मुख्य लेन पर भी खतरा मंडरा रहा है।