Edited By Ekta, Updated: 17 Apr, 2019 04:23 PM
कांग्रेस द्वारा सत्ता में आने पर किसानों के लिए अलग बजट की बात करना महज किसानों को छलने व किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। कांग्रेस पार्टी ने पिछले 60 सालों में देश के अन्नदाता का भरपूर शोषण कर उन्हें नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया है।...
ऊना (विशाल): कांग्रेस द्वारा सत्ता में आने पर किसानों के लिए अलग बजट की बात करना महज किसानों को छलने व किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। कांग्रेस पार्टी ने पिछले 60 सालों में देश के अन्नदाता का भरपूर शोषण कर उन्हें नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया है। यह बात यहां जारी बयान में सांसद अनुराग ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इतने वर्षों तक देश पर राज किया लेकिन गरीब किसानों के लिए कोई योजना नहीं लाई। सिर्फ किसानों को हर चुनाव में योजनाओं का लालच देकर वोट बटोरने का काम किया। अब कांग्रेस पार्टी ने किसानों के लिए अलग से बजट की बात कह कर नया शगूफा छोड़ा है।
अनुराग ने कहा कि 3 राज्यों के विधानसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के किसानों से कर्जमाफी का वायदा किया था जोकि कांग्रेस ने अब तक पूरा नहीं किया है। अब अलग से बजट की बात कह कर कांग्रेस पार्टी किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानों की बेहतरी के लिए कितनी प्रयासरत है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यू.पी.ए. सरकार के वर्ष 2009 से 2014 के कार्यकाल में कृषि क्षेत्र में 1,21082 करोड़ का बजटीय प्रावधान था, वहीं वर्तमान सरकार के 5 वर्षों (2014-2019) के दौरान तक कृषि क्षेत्र को कुल 2,11,694 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं, जोकि पिछली सरकार से लगभग 2 गुना है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के अंतर्गत देश के करीब 12 करोड़ किसानों को मोदी सरकार द्वारा 75,000 करोड़ रुपए के बजट से प्रति वर्ष 6000 रुपए देने का प्रावधान है, जिनमें से अधिकतर किसानों के खाते में 2 हजार रुपए की दो किश्तें डाल भी दी गई हैं, श्रम योगी मानधन योजना के माध्यम से 45 करोड़ गरीब श्रमिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3000 रुपए तक मासिक पैंशन का प्रावधान देश के अन्नदाता और श्रमिकों को सम्मान से जीने का मार्ग प्रशस्त करेगा।