Edited By Naresh Pal, Updated: 20 Nov, 2020 06:14 PM
बीबीएन क्षेत्र के विद्यार्थी उंचे औहदे पर पहुंचे, इस उदेश्य से फ्री में आईएएस व एचएएस की कोचिंग शुरू करने के बाद अब इंजीनियरिंग (जेईई) तथा चिकित्सा (नीट) के क्षेत्र में अपने भविष्य के सपने को साकार करने के इच्छुक निर्धन व मध्यम परिवार के छात्र...
बीबीएन (शेर सिंह): बीबीएन क्षेत्र के विद्यार्थी उंचे औहदे पर पहुंचे, इस उदेश्य से फ्री में आईएएस व एचएएस की कोचिंग शुरू करने के बाद अब इंजीनियरिंग (जेईई) तथा चिकित्सा (नीट) के क्षेत्र में अपने भविष्य के सपने को साकार करने के इच्छुक निर्धन व मध्यम परिवार के छात्र-छात्राओं के लिए नालागढ़ उपमंडल प्रशासन द्वारा एक अनूठी पहल की जा रही है। एसडीएम नालागढ़ आईएएस महेंद्र पाल गुर्जर जहां पर इसकी स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे है, वहीं पर समय-समय पर जाकर कोचिंग भी देते है। इंजीनियरिंग की संयुक्त प्रवेश परीक्षा तथा मेडिकल की राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए नालागढ़ एजुकेशन सोसायटी द्वारा उपमंडल मुख्यालय नालागढ़ पर स्थित ओल्ड ब्वायज स्कूल में क्षेत्र के 100 बच्चों का चयन कर उन्हें राष्ट्रीय स्तर की कोचिंग दिलवाई जाएगी।
इनमें इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए 50 तथा मेडिकल की कोचिंग के लिए 50 बच्चों को चयनित किया जाएगा। इस संबंध में मिनी सचिवालय नालागढ़ के सभागार में एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल गुर्जर की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि आगामी दिसंबर माह के तीसरे सप्ताह में नालागढ़ उपमंडल मुख्यालय में क्षेत्र के प्रतिभावान निर्धन छात्र छात्राओं के लिए भविष्य में मेडिकल तथा इंजीनियर क्षेत्र की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग आरंभ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि बच्चों के चयन के लिए विद्यालय स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा जो प्रत्येक विद्यालय के मेडिकल तथा नॉन मेडिकल विषयों के चार- चार बच्चों का चयन कर उन्हें इस महत्वपूर्ण कोचिंग का अवसर प्रदान करेगी। महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि कोचिंग की अध्ययन सामग्री राष्ट्रीय स्तर के एलेन इंस्टीट्यूट कोटा द्वारा ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जाएगी तथा इस दौरान प्रत्येक 15 दिन के पश्चात छात्र छात्राओं की ऑनलाइन परीक्षाएं भी होंगी। महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि इस कोचिंग के लिए सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य गण उपस्थित थे।