अब थोड़ी मात्रा में नशा पाए जाने पर नहीं मिलेगी जमानत, CM ने सदन में पेश किया बिल

Edited By Vijay, Updated: 12 Dec, 2018 09:04 PM

cm presented the bill against the drug addicts in the house

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में नशे की रोकथाम के लिए कानून को सख्त बनाया जा रहा है। इसके लिए विधानसभा में बिल पेश किया गया है, जिसमें नशे की थोड़ी मात्रा पाए जाने पर जमानत नहीं मिल सकेगी। इस बिल को विस में पास कर केंद्र सरकार को भेजा...

धर्मशाला (सुरेन्द्र): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में नशे की रोकथाम के लिए कानून को सख्त बनाया जा रहा है। इसके लिए विधानसभा में बिल पेश किया गया है, जिसमें नशे की थोड़ी मात्रा पाए जाने पर जमानत नहीं मिल सकेगी। इस बिल को विस में पास कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री बुधवार को नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया, बलवीर सिंह, विक्रम जरियाल और विधायक परमजीत सिंह द्वारा नौजवान पीढ़ी में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने पर लाए गए नियम 130 की चर्चा का उत्तर दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से स्थिति गंभीर है। नशे के बढ़ते हुए प्रभाव के पीछे पाकिस्तान की भूमिका भी शामिल है। पड़ोसी राज्यों से होते हुआ नशा हिमाचल में युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है।

नशा तस्करों पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई

उन्होंने कहा कि अब हिमाचल में नशा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान नशे के कई मामले पकड़े गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में 280 किलोग्राम से अधिक तो वर्ष 2018 में 443 किलोग्राम से अधिक चरस, 2017 में अफीम 7.9 तो 2018 में 6.52 किलोग्राम, हैरोइन 2017 में जहां 3.39 किलोग्राम तो 2018 में 7.180 किलोग्राम तथा कैप्सूल 2017 में 2 लाख 32 हजार तो 2018 में एक लाख 14 हजार पकड़े गए हैं।

नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों की संपत्तियां होंगी जब्त

उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों की संपत्तियों को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं। भविष्य में यह कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि नशे में फंस चुके युवाओं के लिए 4 नशा निवारण केंद्र भी खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि नशे के प्रभाव को खत्म करने के लिए भविष्य में स्कूली पाठ्यक्रम में भी इसे शामिल किया जाएगा। इसके साथ एन.जी.ओ., लोक संपर्क विभाग, प्रतिष्ठित व्यक्तियों व न्यायपालिका के जरिए भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। नशे के खिलाफ सरकार बेहद गंभीर है।

पुलिस के पास न तो पर्याप्त कर्मचारी और न ही पर्याप्त गाड़ियां

इससे पहले नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने बताया कि किस प्रकार उनके क्षेत्र में चिट्टे सहित नशीले पदार्थों का प्रभाव बढ़ रहा है। इसमें अब युवतियां भी शामिल हो गई हैं। पंजाब पुलिस पहले ही कार्रवाई की सूचना तस्करों को पहुंचा देती है। नशे ने कई घर बर्बाद कर दिए हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है। हिमाचल पुलिस के पास न तो पर्याप्त कर्मचारी हैं और न ही पर्याप्त गाड़ियां हैं। यदि नशे की यही स्थिति रही तो आने वाले समय में युवा भर्ती के लिए नहीं मिल पाएंगे।

पुलिस पर दबाव बनाकर 500 ग्राम की खेप बना दी 4 ग्राम

विधायक बलवीर सिंह ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान नशीले पदार्थों का प्रभाव बढ़ा था। राजनीतिक संरक्षण के चलते हरोली और ङ्क्षचतपूर्णी क्षेत्र में नशे खासकर चिट्टे का प्रभाव अत्यधिक बढ़ गया था। विधायक ने कहा कि एक युवा तो सरकारी रैस्ट हाऊस में कमरा लेकर चिट्टा बेचता था। जब पुलिस पर दबाव बना तो उसके पास बरामद की गई चिट्टे की 500 ग्राम खेप को 4 ग्राम बना दिया था। उन्होंने कहा कि हरोली क्षेत्र चिट्टे का गढ़ बन गया था और राजनीतिक संरक्षण के चलते खुलेआम हैरोइन बिकने लगी थी। विधायक ने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने युवाओं को इस दलदल में धकेला था।

समस्या का समाधान करे सरकार 

विधायक विक्रम जरियाल, नरेंद्र ठाकुर, राकेश सिंघा, रीता धीमान, सुभाष ठाकुर, किशोरी लाल व सुरेंद्र शोरी ने भी नशे के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई। चर्चा में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कहा कि अब तो युवतियां भी इस धंधे में शामिल हो गई हैं। कुछ विधायकों ने खड्डों के इंजैक्शनों से भरे होने तो कुछ विधायकों ने उड़ते पंजाब के बाद उड़ता हिमाचल बनने की बात भी कही। नशे की वजह से युवाओं द्वारा घरों में की जाने वाली चोरियों व हिंसा के मामले उठाए तथा सरकार से इस समस्या का समाधान करने की मांग भी की। विधायकों ने इसे गंभीर विषय करार दिया।

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